जोमैटो शेयर: ₹40 से ₹300 तक का सफर पर अब क्या करें निवेशक?

आज जोमैटो यानी इटर्नल का शेयर ₹259 पर है। मार्च के बाद से इसमें 30% की जबरदस्त उछाल आई है, लेकिन कंपनी की कमाई पर गंभीर सवाल हैं। हर ₹1 की कमाई के लिए निवेशक ₹480 देने को तैयार हैं। यानी P/E रेश्यो 480 गुना है, जो बाकी कंपनियों (औसतन 156 गुना) से कहीं ज्यादा है।
टमाटर के भाव बिक रहा था शेयर
जोमैटो ने 2021 में ₹160 पर शेयर मार्केट में एंट्री की। फिर यह ₹40 तक गिर गया। लोग मजाक उड़ाते थे, “टमाटर के भाव बिक रहा है।” लेकिन जिन्होंने ₹40 पर खरीदा, वे ₹300 तक 650% मुनाफा कमा चुके हैं। वहीं, IPO में खरीदने वाले अब भी नुकसान झेल रहे हैं।
बड़ी चिंता: क्विक कॉमर्स की जंग
Equitymaster.com के मुताबिक जोमैटो ने घर बैठे 10 मिनट में सामान पहुंचाने वाली सर्विस देने का दावा करने वाली कंपनी ब्लिंकिट को खरीदा था, लेकिन अब Swiggy और Zepto जैसे दिग्गजों से भारी टक्कर मिल रही है। दुकानदारों को लुभाने के लिए जबरदस्त डिस्काउंट देना पड़ रहा है, जिससे मुनाफा घट रहा है। अगर यह लड़ाई जारी रही, तो कंपनी की कमाई और सिकुड़ेगी।
फानेंशियल सेहत नासाज, नींव कमजोर
पिछले तिमाही में मुनाफा 77% गिरकर ₹175 करोड़ से ₹39 करोड़ पर आ गया। निवेश पर रिटर्न (ROE) सिर्फ 1.74% है। यानी ₹100 लगाए, तो साल भर में ₹1.74 ही कमाई। कंपनी ने निवेश पर पिछले साल से 2,203% ज्यादा खर्च किया।
क्या कह रह हैं मार्केट एक्सपर्ट्स?
बुल्स (खरीदार): कंपनी का राजस्व सालाना 64% बढ़ा है। 800+ शहरों में मौजूदगी और नए बिजनेस (जैसे रेस्तरां को सामान बेचना) से उम्मीदें बरकरार हैं। 80% विश्लेषक “Buy” की सलाह देते हैं।
बेयर्स (बेचने वाले): P/E 480 गुना बहुत जोखिम भरा है। क्विक कॉमर्स की लड़ाई, ईंधन महंगा होना और डिलीवरी पार्टनर्स की लागत बढ़ने से मुनाफा दबेगा।
तो क्या करें निवेशक
शॉर्ट टर्म (1-3 महीने): अगर शेयर ₹255 से नीचे आए तो गिरावट जारी रह सकती है। ₹266 के ऊपर जाने पर मौका मिलेगा।
लॉन्ग टर्म (2030 तक): अगर ब्लिंकिट जीत जाए और मुनाफा 10% पहुंचे, तो शेयर ₹800-900 तक पहुंच सकता है। नहीं तो बुलबुला फूट भी सकता है।




