IAS समीर, रानू साहू और सौम्या चौरसिया के CG, राजस्थान, झारखंड के 19 ठिकानों पर ACB की Raid

रायपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो ने आज आईएएस समीर विश्नोई, रानू साहू और राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के छत्तीसगढ़ समेत राजस्थान और रायगढ़ स्थित 19 ठिकानों पर छापा मारा है। ये तीनों अधिकारी इस समय कोयला लेवी मामले में रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद हैं। तीनों के खिलाफ एसीबी में आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज है।
एसीबी के सूत्रों ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनकी टीम ने छत्तीसगढ़ के भिलाई, रायगढ़ समेत झारखंड और राजस्थान में छापा मारी है। एसीबी ने इन अफसरों के यहां छापा मारने के लिए 19 स्पेशल टीम तैयार की थी। राज्य पुलिस से भी फोर्स लिया गया होगा। कार्रवाई इतनी गोपनीय रखी गई कि किसी को कानो कान खबर नहीं हो पाई। एसीबी की 19 टीमें 14 अगस्त को राजस्थान और झारखंड के लिए रवाना हो गई थी। रायगढ़ और भिलाई के लिए कल देर रात रायपुर एयरपोर्ट के एक सूनसान जगह पर एसीबी के अधिकारी एकत्रित हुए और वहां से भी टारगेट के लिए रवाना हुए।
एसीबी ने आज सुबह पांच बजे छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस समीर विश्नोई के राजस्थान के अनूपगढ़ स्थित ससुराल में दबिश दी। वहां समीर के साले का परिवार रहता है। एसीबी टीम ने जब वहां पहुंची तो रिमझिम बारिश हो रही थी। लिहाजा, पूरा परिवार गहन निद्रा में था। कॉलबेल बजाने पर उनके परिवार की एक महिला बाहर आई, तो छत्तीसगढ़ की टीम ने अपना परिचय दिया। उनके साथ राजस्थान पुलिस भी सादे ड्रेस में थी। एसीबी के अधिकारियों ने दो दिन पहले ही राजस्थान पुलिस ने लाइनअप कर लिया था। बता दें, समीर की पत्नी प्रीति गोदारा की मां जयपुर की महापौर रह चुकी है। समीर विश्नोई के यहां ईडी ने छापा मारा था, उस समय उनके आवास से 4 किलो सोना, 20 कैरेट का हीरा और 47 लाख नगद बरामद हुआ था। बाद में समीर की सास ने कहा था कि सोना उनका है। बहरहाल, इसी मामले में एसीबी टीम ने आज रेड किया है।
समीर विश्नोई 2009 बैच और रानू साहू 2010 बैच की आईएएस हैं। समीर कोंडगांव के कलेक्टर रहने के बाद माईनिंग कारपोरेशन के एमडी रहे। वहीं, रानू साहू कांकेर, बालोद और कोरबा की कलेक्टर रहीं। रायगढ़ कलेक्टर रहने के दौरान ही उनके यहां ईडी का छापा पड़ा था।