खेल जगत

रोहित शर्मा का औसत फिर भी है विराट कोहली और एमएस धोनी से बेहतर

नई दिल्ली. साल 2024 के अगर दूसरे हाफ की बात करें तो रोहित शर्मा के लिए टेस्ट क्रिकेटर और कप्तान के तौर पर अच्छा नहीं रहा, क्योंकि भारतीय टीम 12 साल के बाद उनकी कप्तानी में घर पर टेस्ट सीरीज हारी और पिछली दो सीरीजों में रोहित शर्मा का बल्ला भी नहीं चला। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि रोहित शर्मा की फॉर्म खराब है। हालांकि, ऐसा सिर्फ दूसरे हाफ में देखने को मिला है, क्योंकि इसी साल की शुरुआत में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दो शतक जड़े थे। इसके अलावा एक कैलेंडर ईयर में सबसे कम औसत भारतीय कप्तान के तौर पर रोहित शर्मा का नहीं है।

रोहित शर्मा से भी कम औसत के साथ विराट कोहली, सौरव गांगुली, मंसूर अली खान पटौदी और सौरव गांगुली का रहा है। एक कैलेंडर ईयर में टेस्ट क्रिकेट में टॉप 7 में बल्लेबाजी करते हुए और कम से कम 15 पारियां खेलने के बाद एमएस धोनी का औसत 2011 में सिर्फ 21.23 का था। सौरव गांगुली इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं। उनका औसत 2001 में 22.20 का था। वहीं, मंसूर अली खान पटौदी 1969 में 23.26 के औसत से रन बना सके थे। यहां तक कि विराट कोहली भी उन चुनिंदा भारतीय कप्तानों में शामिल हैं, जिन्होंने एक कैलेंडर ईयर में 30 से कम के औसत से रन बनाए हैं।

विराट कोहली ने साल 2021 में 28.21 के औसत से रन बनाए थे। वहीं, रोहित शर्मा इन सभी कप्तानों से बेहतर हैं, क्योंकि 2024 में उनका औसत 31.05 का है। उन्होंने 2022 में टीम की कप्तानी संभाली थी। 2022 और 2023 में उनका औसत अच्छा था, लेकिन इस साल गिर गया है। हालांकि, फिर भी वे एमएस धोनी, सौरव गांगुली, पटौदी और विराट से आगे हैं। रोहित शर्मा के पास अभी भी इस साल पांच टेस्ट हैं और वे कम से कम तीन टेस्ट मैचों में खेलने वाले हैं। इस दौरान उनका औसत बेहतर भी हो सकता है और खराब भी हो सकता है।
एक साल में भारतीय कप्तान द्वारा सबसे कम टेस्ट औसत

(कम से कम 15 पारियां | शीर्ष 7 बल्लेबाज)

22.20 – सौरव गांगुली (2001)

23.26 – एमएके पटौदी (1969)

28.21 – विराट कोहली (2021)

31.05 – रोहित शर्मा (2024)*

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