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पीएम मोदी ने विशाखापत्तनम मंदिर हादसे पर जताया दुख, मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का किया ऐलान

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में हुए हादसे पर दुख जताया। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही मृतक और घायलों के लिए मुआवजे की भी घोषणा की।

पीएमओ ने पीएम मोदी के बयान के हवाले से पोस्ट किया शेयर

प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम मोदी के बयान के हवाले से बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में दीवार गिरने से हुई मौतों से बहुत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इसके अलावा घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।”

मंदिर में दीवार गिरने से तीन महिलाओं समेत 8 श्रद्धालुओं की मौत

इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में दीवार गिरने से तीन महिलाओं समेत 8 श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया था। साथ ही उन्होंने इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की।

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक्स पर लिखा, “श्री वराह लक्ष्मी नरसिंह स्वामी के चंदनोत्सव के दौरान दीवार गिरने से श्रद्धालुओं की मौत से मैं बहुत दुखी हूं। भारी बारिश के कारण दीवार गिरने से हुई इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैंने वहां के हालात के बारे में जिला कलेक्टर और एसपी से बात की है। मैंने घायलों को इलाज मुहैया कराने के आदेश दिए हैं। मैं समय-समय पर स्थिति की समीक्षा कर रहा हूं।”

इसके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने श्रद्धालुओं की दुखद मौत पर गहरा दुख और शोक व्यक्त किया। इसे हृदय विदारक घटना बताते हुए उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद है कि भगवान के दिव्य स्वरूप के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को इस तरह दुखद तरीके से अपनी जान गंवानी पड़ी।

वार्षिक उत्सव चंदनोत्सवम के दौरान दर्शन के लिए टिकट खरीदने के लिए कतार में खड़े थे श्रद्धालु

ज्ञात हो, बुधवार को शुरू होने वाले वार्षिक उत्सव चंदनोत्सवम के दौरान दर्शन के लिए टिकट खरीदने के लिए कतार में खड़े श्रद्धालुओं पर दीवार गिर गई। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के जवान मौके पर पहुंचे और पुलिस तथा अन्य विभागों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया। अधिकारियों ने बताया कि मलबे से आठ शवों को निकाला गया और किंग जॉर्ज अस्पताल ले जाया गया। मृतकों में पांच पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अक्षय निधि विभाग के प्रधान सचिव विनय चैन ने तिरुपति में घटना को लेकर कहा कि कारण का पता लगाना अभी जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, “इसलिए हमारे लिए घटना के कारणों पर निष्कर्ष निकालना उचित नहीं है। प्रथम दृष्टया, हमने पाया है कि तड़के 2.30 से 3.30 बजे के बीच भारी बारिश हुई थी। हम घटना की जांच कर रहे हैं… फिलहाल, हमें जानकारी मिली है कि करीब आठ लोगों की मौत हो गई है। सारा मलबा साफ कर दिया गया है… बचाव कार्य पूरा हो गया है।”

वहीं एक अधिकारी ने बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें खोज और बचाव अभियान चला रही हैं। एसडीआरएफ के एक जवान के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 2.30 बजे हुई।

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