छत्तीसगढ़ में बिगड़ी कानून व्यवस्था, सात महीने में हुई 562 हत्याएं,

रायपुर। मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन के भीतर कानून व्यवस्था पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार देखने को मिली। विपक्ष ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है। नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत ने कहा कि सात महीने में प्रदेश में 562 हत्याएं हुई है। चोरी, दुष्कर्म, ठगी, तस्करी सभी अपराधों को जोड़कर देखें तो अब तक 12,458 घटनाएं हुई है। इसमें केवल 8,307 आरोपी ही गिरफ्तार हुए हैं।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने पलटकर जवाब देते हुए कहा कि आप एक उंगली दिखाओगे तो तीन उंगली आपके तरफ होगी। आरोपों का जवाब देते हुए गृहमंत्री ने कहा कि साय सरकार बदले की भावना से राजनीति नहीं करती। विपक्ष के सदस्य ये न बताएं कि एफआईआर कैसे दर्ज होती है? धाराएं कैसे लगाई जाती है। पूर्ववर्ती सरकार में मुझ पर एफआईआर दर्ज की गई थी। एट्रोसिटी एक्ट लगाया गया था। जेल भेजा गया था। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम बदले की भावना की राजनीति नहीं करते। कानून से ऊपर कोई नहीं है। ये बताने का मतलब ये नहीं जैसा पूर्व की सरकार में हुआ वैसा अब होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, प्रदेश में गैंगस्टर की एंट्री हो चुकी है। अपराधियों के हौसले बुलंद है। रायपुर में ही चार बार गोलियां चल चुकी है। भिलाई, बिलासपुर गैंगवार चल रहा है। लूट डकैती, चाकूबाज़ी की घटनाएं बढ़ गई है। व्यापारियों-उद्योगपतियों को धमकाया जा रहा है। रायपुर में एक आदिवासी छात्र द्वारा पता पूछने पर उसकी हत्या कर दी जाती है। सत्ता के संरक्षण में घटना हो रही है। शांत प्रदेश में गोलीबारी हो रही है। कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने कहा कि पुलिस पर लगाम लगाकर रखा गया है। पुलिस की बूट की धमक सुनाई नहीं दे रही है।
कानून व्यवस्था पर चर्चा के दौरान विपक्ष के आरोपों के बाद गृहमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार में बिरनपुर में कैसे हत्या हुई थी? अनुसूचित जनजाति के युवाओं ने कैसे नग्न प्रदर्शन किया था? सुकमा एसपी ने धर्मांतरण को लेकर क्या पत्र लिखा था? मंदिर हसौद में राखी के दिन नाबालिग बहनों के साथ क्या हुआ था?
जयस्तंभ चौक पर किस तरह से हमला हुआ था? बलात्कार की घटना पर तब सरकार के मंत्री ने कहा था कि उत्तर प्रदेश का बलात्कार बड़ा और छत्तीसगढ़ का छोटा होता है? पाटन क्षेत्र के खुड़मुड़ा में सामूहिक नरसंहार हुआ था? फर्जी एफ़आइआर दर्ज की जाती थी। एक बैगा आदिवासी ने थाने में आत्महत्या कर ली थी। एक उंगली दिखाएंगे तो तीन उंगलियां उस तरफ होंगी। हमारी सरकार के छह महीने में अपराध की घटना कम हुई है।
बहस के बीच पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार का कोयला घोटाला भी सदन में गूंजा। गृहमंत्री ने कहा कि 25 रुपये टन की वसूली पर अब रोक लग चुकी है। कोयला घोटाला पर भी जांच जारी है। पिछली सरकार ने आफ लाइन प्रक्रिया शुरू की थी। साय सरकार ने हटा दिया है। अब पारदर्शिता के साथ कोयला ट्रांसपोर्ट किया जा रहा है। बलौदबाजार की घटना का हमे अफसोस है। इस पर भी जांच के बाद एक-एक तस्वीर साफ होगी।