अंतरराष्ट्रीय समपार फाटक जागरूकता दिवस पर वाकाथन का आयोजन

रायपुर । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल के संरक्षा विभाग द्वारा 4 से 10 जून तक समपार फाटक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में 6 जून को अंतर्राष्ट्रीय समपार फाटक जागरूकता दिवस पर रायपुर में एक वाकाथन का आयोजन किया गया। इस वाकाथन की अध्यक्षता राजेन्द्र कुमार साहू, अपर मंडल रेल प्रबंधक (परि.) रायपुर ने की, और यह मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय से खमतराई फाटक होते हुए पुनः मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय तक आयोजित हुआ।
इस वाकाथन में वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी वी. रवि सहित रायपुर मंडल के सभी शाखा अधिकारी एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। कुल 09 अधिकारियों, 10 सुपरवाइजर, 35 कर्मचारी एवं 25 सिविल डिफेंस वालंटियर सहित लगभग 110 लोगों ने इस आयोजन में भाग लिया।
वाकाथन के दौरान समपार फाटक पार करने वाले लोगों एवं रेलवे फाटक के आसपास की दुकानों तथा मुख्य सड़कों पर चलने वाले व्यक्तियों को समपार फाटक पार करने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक किया गया। इस अभियान में करीब 350 लोगों को जागरूक किया गया और फाटक बंद रहने पर उसे पार न करने की सलाह दी गई।
इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के मुख्य द्वार पर डी सी ए टीम एवं सिविल डिफेंस वालंटियर के द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया। अपर मंडल रेल प्रबंधक/परिचालन/रायपुर ने अपने वक्तव्य में “दुर्घटना से देर भली” का नारा बुलंद किया। कार्यक्रम का समापन करते हुए वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी वी. रवि ने उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
संरक्षा अधिकारियों, संरक्षा सलाहकारों एवं सिविल डिफेंस वालंटियर के द्वारा भिलाई पावर हाउस, बिल्हा, लखोली स्टेशन, एवं विभिन्न समपार फाटकों जैसे खमतराई गेट, उरकुरा, मांढर, जिंदल, स्टेडियम, बिल्हा गेट सहित कुल 12 गेट, मंदिरहसौद बाजार, सेरीखेरी, पिरदा एवं तुलसी गांव में जाकर लोगों को पंपलेट वितरण, स्टीकर चिपकाकर एवं बैनर लगाकर जागरूक किया गया। कुल 64 अधिकारी एवं सुपरवाइजर तथा 25 सिविल डिफेंस वालंटियर एवं कर्मचारियों के द्वारा 1325 लोगों की काउंसलिंग की गई एवं 672 पामपलेट वितरित किए गए।
रायपुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों में ऑडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है एवं महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संरक्षा विभाग के संरक्षा सलाहकारों एवं कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत की है।