खेल जगत

तो अजिंक्य रहाणे से खटपट की वजह से यशस्वी जायसवाल ने छोड़ी मुंबई? सामने आई अंदर की खबर

नई दिल्ली. अपनी बेखौफ बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले यंग बैटर यशस्वी जायसवाल ने घरेलू क्रिकेट के लिए बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने अचानक मुंबई टीम को छोड़ने का ऐला किया है। अब वह 2025-26 सीजन में गोवा की तरफ से खेलेंगे। वहां वह कप्तान बनाए जा सकते हैं। जायसवाल ने मुंबई टीम को छोड़ने को लेकर कहा है कि गोवा ने मुझे नया मौका दिया है और लीडरशीप रोल ऑफर किया है। लेकिन असली वजह कुछ और सामने आ रही है। एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जायसवाल के मुंबई छोड़ने के पीछे टीम मैनेजमेंट के साथ खटपट और मनमुटाव वजह हो सकती है। एक सीनियर प्लेयर के साथ तो उनके रिश्ते काफी खराब हो चुके थे। मंगलवार को उन्होंने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से गोवा टीम जॉइन करने की इच्छा का इजहार किया और गवर्निंग बॉडी ने भी कोई देरी नहीं की और उन्हें इजाजत दे दी।

इंडिया टुडे ने अपनी एक रिपोर्ट में इस ‘मौजूदा स्थिति से करीबी तौर पर जुड़े’ लोगों के हवाले से बताया है कि यशस्वी जायसवाल मुंबई टीम में सहज महसूस नहीं कर रहे थे। वह इस बात से नाखुश थे कि उन पर ‘लगातार नजर’ रखी जा रही है।

रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि जायसवाल और अजिंक्य रहाणे के बीच रिश्ते ठीक नहीं थे। रहाणे मुंबई-प्रथम श्रेणी टीम के कैप्टन हैं। दोनों के बीच विवाद की शुरुआत 2022 में तब हुई जब रहाणे ने जायसवाल को मैच के दौरान लगातार स्लेजिंग की वजह से मैदान से बाहर कर दिया था। ये वाकया दलीप ट्रॉफी 2022 के फाइनल में हुआ था।

वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच खेले गए दलीप ट्रॉफी के उस फाइनल मैच में यशस्वी जायसवाल और रवि तेजा के बीच एक अलग ही लेवल की स्लेजिंग हुई थी। जायसवाल वेस्ट जोन की तरफ से थे और तेजा साउथ जोन से खेल रहे थे। पहली पारी में जायसवाल बल्ले से बुरी तरह फेल रहे और सिर्फ 1 रन ही बना पाए। हालांकि, दूसरी पारी में उन्होंने दोहरा शतक ठोकते हुए 265 रन बनाए थे। अजिंक्य रहाणे की अगुवाई वाली वेस्ट जोन की टीम चैंपियन बनी। हालांकि, उस मैच में स्लेजिंग की वजह से जायसवाल पर मैच फीस का 20 फीसदी जुर्माना लगा था।

साउथ जोन के बैटर रवि तेजा की जायसवाल इतना स्लेजिंग कर रहे थे कि कप्तान अजिंक्य रहाणे ने उन्हें मैदान छोड़ने के लिए कह दिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने एक यू-ट्यूब चैनल से इंटरव्यू में कहा था कि अपने खिलाड़ी को मैदान छोड़ने के लिए उन्हें इसलिए कहना पड़ा कि उस पर 4 मैचों के लिए बैन लग सकता था। रहाणे ने तब कहा था कि यशस्वी ने हद पार कर दी थी। अगर कोई आपको स्लेज कर रहा है तो जवाब देना चाहिए लेकिन एक सीमा होती है जिसे पार नहीं किया जाना चाहिए।

जायसवाल तब से ही रहाणे से नाखुश चल रहे थे। इस बीच इसी साल रणजी ट्रॉफी में मुंबई बनाम जम्मू-कश्मीर मैच में उनके रहाणे से रिश्ते बहुत ही खट्टे हो गए। मैच में जायसवाल के आउट होने के तरीके पर मुंबई टीम मैनेजमेंट ने सवाल उठाए थे। उस मैच में जायसवाल पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 26 रन ही बना पाए थे। तमाम दिग्गजों से सजी मुंबई की टीम को जम्मू-कश्मीर ने 5 विकेट से हराकर सबको चौंका दिया था। मैच के बाद कोच ओमकार सालवी और कप्तान रहाणे ने जायसवाल के ‘कमिटमेंट’ पर सवाल उठाए थे। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, तब जायसवाल इतना भड़क गए थे थे कि गुस्से में कैप्टन रहाने के किटबैग को लात मार दिया था।

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