नवरात्रि में बुझ जाए अखंड ज्योति तो पढ़ें ये मंत्र, मां दुर्गा नहीं होंगी नाराज

कल यानी 22 सितंबर से शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुके हैं। मां शैलपुत्री की पूजा के साथ ही नवरात्रि का आरंभ हो चुका है। आज मां बह्मचारिणी का दिन है। पहले दिन ही लोग घरों में कलश की स्थापना करते हैं। वहीं कुछ लोग जौ भी बोते हैं। इसके अलावा कई लोग अखंड ज्योति जलाकर व्रत का संकल्प लेते हैं। बात की जाए अखंड ज्योति की तो इसे लेकर कई नियम होते हैं। सबसे पहले तो ये कहा जाता है कि अगर कोई घर में पूरी नवरात्रि अखंड ज्योति जलाना चाहता है तो उसे हर वक्त घर में उसकी देखभाल के लिए मौजूद होना चाहिए। वहीं ये नियम है कि पूरी नवरात्रि ये ज्योति नहीं बूझनी चाहिए। हर किसी के मन में ये डर और सवाल होता है कि अगर कभी भी गलती से ये ज्योति बुझ जाए तो क्या करना चाहिए?
पढ़ें ये मंत्र
अगर नवरात्रि में अखंड ज्योति किसी भी वजह से बुझ जाए तो परेशान नहीं होना है। अगर ऐसा होता है तो अपने आपको शांत रखिए। इसके बाद मां दुर्गा से क्षमा याचना मांग लें। इस दौरान आप ‘शुभम करोति कल्याणं,आरोग्यं धन संपदाम्,शत्रु बुद्धि विनाशाय,दीपं ज्योति नमोस्तुते’ मंत्र का जाप करें। अगर आपको अखंड ज्योति की बत्ती को बदलना है तो नई बत्ती के साथ एक छोटे से दिए को जलाएं और फिर इसी से अखंड ज्योति को जलाएं। जैसे ही अखंड ज्योति जल जाए तो छोटे दिए को बुझा दें।
इस दिशा में रखें अखंड ज्योति
हमेशा कोशिश करें कि अखंड ज्योति को सही दिशा में ही रखा जाए। वास्तु के हिसाब से अखंड ज्योति को रखने की सही दिशा आग्नेय कोण यानी कि दक्षिण-पूर्व दिशा है। ज्योति को कभी सीधा जमीन पर नहीं रखना है। इसे या तो जौ या फिर गेंहू या चावल के ऊपर ही रखें। सबसे ज्यादा ध्यान ये देना है कि समय-समय पर इसमें घी या तेल डालते रहना है।



