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कोन्दा भैरा के गोठ – सुशील भोले..

बछर 2019 म 3 नवंबर के राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान म आयोजित राज्योत्सव म हमर राज के राजगीत ‘अरपा पैरी के धार… ‘ ल राजगीत घोषित करे गे रिहिसे जी भैरा.. तैं जानथस आज हमन एला जेन धुन म सुनथन वोकर पहिली एला दू अउ धुन म गाये जावत रिहिसे.
-अच्छा.. बताना जी कोंदा.
-डॉ. नरेंद्र देव वर्मा जी जब ए गीत ल लिखिन तब उन खुदेच एला अपन बनाए धुन म गावंय. पाछू जब उन ‘सोनहा बिहान’ संग जुड़िन त वो बखत उहाँ के गायक केदार यादव ह एमा थोड़ा परिमार्जित कर के अपन ढंग ले गाये लगिस. बाद म जब शास्त्रीय संगीत के जानकर गोपाल दास वैष्णव जी के हाथ म ए गीत आइस, त उन एकर धुन म अउ परिमार्जित करीन. ए नवा परिमार्जित धुन ह सोनहा बिहान के सर्जक महासिंह चंद्राकर जी ल गजब सुहाइस, त फेर वो ह एला केदार यादव के बलदा ममता चंद्राकर जगा मंच म गवाए लगिन, फेर आगू चल के ममता के ही आवाज म एकर रिकार्डिंग होइस, जे आज हम सब के कंठ म राजगीत के रूप म बिराजे हे.

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