वित्त मंत्री के गृह ग्राम से सटे ग्राम टायंग में धड़ल्ले से हो रहा अवैध रेत उत्खनन…

⭕️ ग्रामीणों में आक्रोश प्रशासन मौन…
⭕️ रेत माफियाओं पर लगाम कसने में फिसड्डी साबित हो रही है साय सरकार..
रायगढ़, छत्तीसगढ़।
जिले के खरसिया तहसील अंतर्गत ग्राम टायंग में इन दिनों अवैध रेत उत्खनन का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार किसी दीनानाथ पटेल द्वारा जेसीबी, लोडर और ट्रैक्टर की मदद से अवैधानिक रूप से बड़े पैमाने पर नदी में से रेत निकाली जा रही है। यह अवैध गतिविधि दिन-रात जारी है, जिससे गांव का जनजीवन प्रभावित हो रहा है।गौरतलब है कि कुछ ही दिनों में वर्षा ऋतु प्रारंभ हो जाएगी और तब नदी से रेत निकासी सम्भव नहीं होती साथ ही पूर्व से संग्रहित रेत ऊँचे दामों में बिकती है।इसी लालच में आकर रेत माफ़िया ना केवल अवैधानिक कृत्यों को अंजाम देते हैं बल्कि निर्दोषों की जान भी जोखिम में डालते हैं।
⭕️किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में प्रशासन:-
स्थानीय लोगों का कहना है कि रेत का परिवहन आबादी क्षेत्र से होकर किया जा रहा है। भारी वाहनों की आवाजाही के कारण न केवल सड़कों को नुकसान हो रहा है, बल्कि बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है। रात के समय जब ग्रामीण आराम करते हैं, तब भी ट्रैक्टरों की आवाजें उनके चैन को छीन लेती हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि यह कार्य बिना किसी सरकारी अनुमति के किया जा रहा है और संबंधित विभागों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या प्रशासन की नज़र इस अवैध खनन पर नहीं पड़ रही, या फिर जानबूझकर अनदेखी की जा रही है?
गांववासियों की सरकार से अपेक्षा है कि इस अवैध रेत उत्खनन पर तुरंत रोक लगाई जाए और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। यदि जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया, तो ग्रामीण आंदोलन की चेतावनी भी दे सकते हैं।