🔴 लोइंग धान खरीदी केंद्र में छले जा रहे किसान जबकि खाद्य विभाग रायगढ़ की निगहबानी में हो रही है खरीदी…
🔴लिया जा रहा है आठ से दस रुपये प्रति बोरी का चढ़ावा…
🔴कुछ कृषक स्वयं के ख़र्च पर मजदूरों की व्यवस्था कर धान तुलाई करवाने मजबूर…
रायगढ़।सत्ता हासिल करने राजनीतिक दल भले ही जनता से बड़े बड़े वादे कर ले या फिर अपनी छवि चमकाने कितने ही प्रोपेगैंडा कर लें वास्तविकता तो वही रहती है जिसमें जनता को सत्ता और प्रशासन के दो पाटों के बीच पीसने की नियति बदी रहती है।लोइंग धान खरीदी केंद्र में यही नजारा आज भी बना हुआ है जिसमें किसानों को अपने श्रम का उचित मुआवजा पाने उक्त धान खरीदी केंद्र में तन मन और धन का समर्पण पूरी शिद्दत से करना पड़ रहा है।आपको बता दें कि उक्त धान खरीदी केंद्र में पूर्व प्रबंधक के भ्रष्टाचार और कारगुजारियों की कई बार शिकायत हुई एवं निलंबन की भी कार्यवाही की गई थी लेकिन हर बार उसने अपने प्रभाव से इस समिति का दामन नहीं छोड़ा। लगातार शिकायतों एवं किसानों की मुख़ालफ़त के बाद अब जाकर इस वर्ष उसका स्थानांतरण टेंडा नवापारा समिति में किया जाकर वहाँ के प्रबंधक को लोइंग समिति का प्रभार सौंपा गया था लेकिन उसने वहां जाकर कार्य करने से इनकार करते हुए अपना त्यागपत्र शासन को सौंप दिया। इससे टेंडा नवापारा समिति से स्थानांतरित होकर आये प्रबंधक को मजबूरन प्रशासन को वापस उसके मूल समिति में भेजना पड़ा एवं वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर भातपुर समिति के प्रबंधक को अतिरिक्त प्रभार के रूप में लोइंग समिति का कार्य एवं वित्तीय प्रभार लोइंग समिति में लंबे समय से लिपिक के रूप में कार्यरत कर्मचारी को सौंपा गया ।
खाद्य विभाग की देखरेख में की जा रही है धान खरीदी :- प्रभारी समिति प्रबंधक ने मीडिया को बताया कि प्रशासन ने उसे भातपुर समिति के अलावा लोइंग समिति का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है ताकि किसानों को कोई भी समस्या न हो एवं खाद्य विभाग के अधिकारियों की भी देखरेख में इस वर्ष धान खरीदी की जा रही है।
हमालों की कमी का बहाना और किसानों की जेब काटना:-दिनाँक 15 जनवरी 2024 को लोइंग धान खरीदी केंद्र में धान विक्रय करने पहुंचे कुछ किसान स्वयं मजदूरों की व्यवस्था कर धान तुलाई करवाते दिखे तो कुछ किसानों का यह कहना था कि उन्हे धान की बोरियों में भर्ती और तुलाई के लिए प्रति बोरी आठ से दस रुपये देने को बाध्य किया जा रहा है अन्यथा वे अपना धान विक्रय नही कर पायेंगे। ग्राम सकरबोगा निवासी ईश्वरी लाल साहू ने मीडिया के समक्ष यह कहते हुए किसानों की पीड़ा उजागर की।
हमारी जानकारी में नहीं:- नरोत्तम किसान लिपिक सहकारी समिति लोइंग:-