रायगढ़ पुलिस की डिक्शनरी से अब तक नहीं हटे उर्दू-फारसी के कठिन शब्द…विभाग द्वारा जारी दैनिक स्थिति प्रतिवेदन में अब भी प्रयोग हो रहे हैं आम नागरिकों की समझ से बाहर के शब्द…

⭕️ डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा के निर्देश के बाद कहा गया था कि पुलिस की डिक्शनरी से हटेंगे मुचलका, रोजनामचा जैसे उर्दू-फारसी के शब्द, 109 शब्द होंगे सरल हिंदी में..
रायगढ़।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पुलिस की डिक्शनरी से कठिन, पारंपरिक और आम नागरिकों की समझ से बाहर उर्दू-फारसी शब्दों को हटाने का फैसला लिया है। प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा के निर्देश के बाद जिले के पुलिस अधीक्षकों को भी इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया गया था। जिसमें हलफनामा की जगह शपथ पत्र, दफा की जगह धारा, फरियादी की जगह शिकायतकर्ता और चश्मदीद की जगह प्रत्यक्षदर्शी शब्द का इस्तेमाल किया जाना तय किया गया है।
बोलचाल के शब्द का प्रयोग
कहा ये गया था कि पुलिस अब अपनी कार्यवाही में अदम तामील, इन्द्राज, खयानत और गोश्वारा जैसे आम लोगों को समझ न आने वाले उर्दू और फारसी के कठिन शब्दों के स्थान पर क्रमशः सूचित न होना, टंकन, हड़पना और नक्शा जैसे आसान शब्दों का उपयोग करने का फैसला किया है। पुलिस विभाग ने ऐसे 109 शब्दों की सूची जारी की है जिसके स्थान पर सरल शब्दों को कार्यप्रणाली में शामिल किया जाएगा।