बागों के शहर का दिखावटी सब्ज़बाग बना ‘अविनाश गार्डन सिटी’….खण्डहर क्लब हाउस बजबजाती नालियां दरकती सड़कें उजड़ता बाग बनीं अविनाश की पहचान… वादा खिलाफी, सुविधाओं का संकट और मनमानी वसूली से निवेशकों में गुस्सा…

अलग-अलग रेरा रजिस्ट्रेशन, लेकिन सुविधाएं वही पुरानी…
सोसायटी फॉर्मेशन और हैंडओवर से पहले ही खण्डहर होता क्लब हाउस बजबजाती नालियां दरकती सड़कें उजड़ते बाग अविनाश गार्डन सिटी की बनीं पहचान ...
मेंटेनेंस अधूरा, चार्ज पूरा..ऊपर से जीएसटी की वसूली..
बाउंड्री वॉल तोड़कर दिए जा रहे प्लॉटों के कब्ज़े…
रायपुर। राजधानी रायपुर में रियल एस्टेट कंपनी अविनाश ग्रुप पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। अबकी बार आरोप है कि ‘अविनाश गार्डन सिटी’ प्रोजेक्ट में निवेशकों को शुरू में सुनहरे सपने दिखाए गए, लेकिन अब हकीकत सामने आते ही असंतोष और नाराजगी बढ़ती जा रही है।
शुरुआत में कंपनी ने लगभग 400 प्लॉटों की कॉलोनी का रेरा रजिस्ट्रेशन कराया। इस प्लान के मुताबिक निवेशकों को दी जाने वाली सुविधाओं जैसे क्लब हाउस, गार्डन, बच्चों के लिए प्ले एरिया, पानी के लिए ओवर हेड टंकी, मंदिर इत्यादि को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया गया लेकिन प्रोजेक्ट के लॉन्च होने के कुछ वर्षो के बाद सत्तर अस्सी प्रतिशत प्लॉट बुक होते ही नया रजिस्ट्रेशन नंबर लेकर पुराने प्लान के साथ 8 एकड़ और जमीन पर 400 नए प्लॉटों का पहले की बुनियादी सुविधाओं के साथ एक्सटेंशन भी जोड़ा गया जबकि उसके लिए अलग रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर लिया गया। क्लब हाउस, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, पानी की टंकी, मंदिर और गार्डन जैसी सुविधाएं जोकि केवल पहले प्लान में ही दी जानी थीं इन्हीं सीमित सुविधाओं को अब एक्सटेंशन के साथ भी जोड़ दिया गया है जोकि पूर्णतः नियम विरुद्ध है।
निवेशकों का कहना है कि इससे भविष्य में कॉलोनी के रहवासियों को भारी दिक़्क़त होगी, क्योंकि दोगुनी आबादी को वही सीमित सुविधाएं साझा करनी पड़ेंगी।
सुरक्षा पर खतरा
कुछेक प्लॉट जोकि कॉलोनी की सुरक्षा के लिए बनाई गई बाउंड्री वॉल से सटे हुए थे का रकबा कम होने पर बाउंड्री वॉल को तोड़कर कब्ज़ा दिया जा रहा है। इससे न सिर्फ़ सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लग गया है बल्कि य़ह रेरा के दिशानिर्देशों का घोर उल्लंघन है। बिल्डर के इस कृत्य से मौजूदा रहवासियों की चिंता भी बढ़ी है।


मेंटेनेंस चार्ज के नाम पर वसूली
निवेशकों ने यह भी आरोप लगाया है कि बिल्डर द्वारा मेंटेनेंस चार्ज और उस पर जीएसटी वसूला जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस वसूली के पैसे का उपयोग कॉलोनी की मौजूदा सुविधाओं पर नहीं, बल्कि एक्सटेंशन प्लान के विकास कार्यों में किया जा रहा है। इससे निवेशकों की नाराज़गी और बढ़ गई है।
क्रमशः….
जारी रहेगा
क्यों बिल्डर द्वारा अविनाश गार्डन सिटी सोसायटी फॉर्मेशन और हैंडओवर में देरी की जा रही है ?सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट कितना कारगर है?शिकायतों की वर्तमान स्थिति क्या है ?निवेशकों और नियामक संस्थान के अधिकारियों के बयान के साथ….
बने रहिएगा suggharchattisgarh.in के साथ..




