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छत्तीसगढ़ के बिजली ले उजियार होवत हे दूसर राज्य

रायपुर. छत्तीसगढ़ के बिजली ले दूसर राज्य के घलो अब उजियार होवत हे। दरअसल प्रदेश म बिजली मन म खपत ठंड़ा के कारण ले दु ले ढाई हजार मेगावाट तक कम हो गे हे। अईसे होये ले अब पॉवर कंपनी के पास सरप्लस बिजली हो गे हे। ये बिजली ल दूसर राज्य मन म बेचे के बूता करे जावत हे।

रोज रतिया म आठ करोड़ के बिजली बेचत हे। बिजली के खपत ये बेरा साढ़े तीन हजार मेगावाट के तिरतखार हे। कभू खपत चार हजार मेगावाट तक घलो करे जावत हे। दु महीना पहिली खपत ह रिकॉर्ड बनाये रहिस अउ खपत छह हजार मेगावाट के पार होंगे रहीस। प्रदेश म मानसून के बीच म ही बिजली के खपत के अगस्त अउ सितंबर म रिकॉर्ड बनाइस। अब ठंडा बेरा के सँग ही बिजली के खपत म ठंडक आ गे हावय। अईसे म ज्यादा खपत नई होये के कारण तिहार बेरा म बिजली ल नई काटे हे । प्रदेश म जउन खपत ६१ सौ मेगावाट के पार हो गए रहिस, ओ अब चार हजार मेगावाट ले हम होंगे हे। पीक आवर म खपत कभू कभार ही चार हजार मेगावाट तक जा पावत हे।

ठंडाँ ले पहिली बनिस रिकॉर्ड
मानसून के बेरुखी के कारण बिजली के खपत ह अगस्त अउ सितंबर म खपत के नवा रिकॉर्ड बनाइस। देश म मौसम के तेवर लगातार बदले के कारण बिजली के खपत के ग्राफ ऊपर-नीचे होवत रहिथे। अगस्त माह म बड़े रिकॉर्ड वाला रहिस। पहली खपत आधा हो गे रहिस जेकर बाद खपत ह गर्मी ले घलो ज्यादा खपत के नवा रिकॉर्ड बना दिस। गर्मी म ये बार अप्रैल म खपत ५८७८ मेगावाट हो गए रहीस, ये रिकॉर्ड ल ब्रेक करके १७ अगस्त के ५८९२ मेगावाट के नवा रिकॉर्ड बनिस। येकर बाद खपत कम ज्यादा होवत रहिस। बारिश म ब्रेक लगने के कारण अगस्त के अंत म खपत फेर बाढ़े ल लगीस अब सितंबर के पहली ही दिन खपत ह एक नवा रिकॉर्ड बनाइस। ये दिन खपत ६११४ मेगावाट तक चले गे हे।येकर बाद अक्टूबर म घलो खपत पांच हजार मेगावाट ले ज्यादा रइही, फेर अब नवंबर म लगातार ठंड होये के कारण खपत घलो ह घेरीभेरी कम होवत हावय। अब तो कई बार दिन म खपत तीन हजार मेगावाट ले कम अउ पीक आवर म साढ़े तीन हजार मेगावाट तक जावत हे।

अब बेचत हे बिजली
प्रदेश म बिजली के खपत ज्यादा होये म सेंट्रल सेक्टर ले ज्यादा बिजली लेवत हे सेंट्रल सेक्टर के शेयर पहली साढ़े तीन हजार मेगावाट रहीस, फेर अब ये कम हो गे हावय ये बेरा शेयर तीन हजार मेगावाट ले घलो कम हे। अवइया दिन म एक दिन पहिली ले शेड्यूल तय करे ल परथे। तय दिन खपत कम होये ऊपर ये बिजली ल तत्काल बेचे के घलो व्यवस्था करे जावत हे।येकर सँग अपन बिजली ज्यादा होये म ओला रोज दूसर राज्य मन म बेचे जावत हे। येमा ये घलो देखे जावत हे कि दुसर राज्य मन म बिजली बेचे के फायदा हे कि नई, अगर फायदा नई दिखत हे त सेंट्रल सेक्टर म बिजली वापस घलो कर दे जाथे, ताकि ज्यादा नुकसान झन होवय।

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