कोन्दा भैरा के गोठ – सुशील भोले

–लोगन बेटी के बिहाव करे के बाद अब हमला का करना हे.. हम तो गंगा नहा डारेन कहिके चुप बइठ जाथें जी भैरा.. भले वोकर पाछू बेटी ह ससुरार म मरत-कलपत राहय, नरक असन जिनगी जीयत राहंय फेर उन आॅंखी-कान ल मूंदीच लेथें.
-हाँ अइसन तो देखे बर मिलथेच जी कोंदा.
-फेर अभी झारखंड राज के रांची ले खबर आए हे, के उहाँ प्रेम गुप्ता नॉव के मनखे ह अपन साक्षी नॉव के बेटी ल ससुरार म दुख पावत जानिस त वोला बाजा-गाजा संग बिदागरी करवा के वापस अपन घर ले आइस.
-अच्छा!
-हहो.. पूरा अपन नता-रिश्ता मनला सकेल के बेटी के ससुरार गिस अउ उहाँ ले बेटी के बिदा करा के वापिस अपन घर ले आइस.
-वाह भई.. वाजिब म ए तो बहुत बढ़िया खबर हे.. सबो दाई-ददा मन अपन बिहाता बेटी मन के अइसन चेत करहीं त ससुरार म फोकटइहा म होवत कतकों किसम के अत्याचार अउ अन्याय ह रुक सकथे.
-सही आय.. प्रेम गुप्ता के ए कारज के चारों मुड़ा वाहवाही होवत हे.