इस शहर में फिर एक बार पेशाब कांड, अब कोटवार पर पेशाब करने का आरोप
भोपाल। एक बार फिर से मध्य प्रदेश से पेशाब कांड की खबर सामने आ रही है। इस खबर के सामने आते ही हर तरफ इसकी चर्चा होने लगी है। घटना में फर्क बस इतना है कि पहले पेशाब कांड सीधी में हुआ था और अब प्रदेश की राजधानी भोपाल में। वहीं अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सभी आरोपी भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के समर्थक है।
बताया जा रहा है कि सरकारी जमीन को लेकर हुए विवाद के बाद भाजपा विधायक के समर्थकों पर कोटवार पर पेशाब करने का आरोप लगा है। यह पूरा विवाद सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर हुआ है। पीड़ित ने बताया कि दबंगो ने पहले उसका अपहरण किया और फिर उसकी पिटाई की। मारपीट के दौरान जब वह बेहोश होने लगा तो उसके उपर पेशाब किया। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।
पुलिस ने बताया कि घटना सूखी सेवनिया थाना क्षेत्र में आने वाले गांव चोपड़ाकला की है। इस मामले में फरियादी रामस्वरूप अहिरवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैं ग्राम पंचायत चोपड़ा कला का कोटवार हूं। मुझे 9 सितंबर की रात में पटवारी ने जमीन से जुड़ी एक सूचना दी थी।
सूचना के आधार पर मैं 10 सितंबर की दोपहर 1 बजे गांव पहुंचा। यहां गांव के रहने वाले मस्तान मीना और उनके आदमी सरकारी जमीन पर फेंसिंग करके कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। मैंने यह देखकर उन्हें रोकना चाहा और मना किया, तो उन्होंने बजाय काम रोकने के इसी गांव की सरपंच के पति शेरू मीना को बुला लिया। शेरु की पत्नी मोनिका मीना इस गांव की सरपंच हैं। शेरु के साथ अभिषेक मीना, तुषार मीना व लेखराज मीना भी आए थे, शेरु ने आते ही मेरे साथ गाली-गलौज शुरू कर दी।”
वहीं ड़ित ने बताया कि “गाली-गलौज होती देख जब मैंने उनको कहा कि मुझे कुछ बोलने की बजाय पटवारी साहब से बात कर लो, क्योंकि उन्होंने ही मुझे यहां भेजा है। यह सुनकर पटवारी से बात करने के बजाय उन चारों ने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। उन लोगों ने मुझे जमकर मारा और तब तक मारा जब तक कि मैं बेहोश नहीं हो गया। जब मेरे साथ मारपीट की जा रही थी तो उस समय वहां फेंसिंग करने वाले मस्तान मीना और दीपक मैथिल व गांव का रहने वाला घनश्याम मीना भी मौजूद था। शेरु और उनके साथियों ने मुझे मारने के बाद मेरे हाथ रस्सी से बांध दिए और मुझे अपनी कार के भीतर पटक दिया। यह लोग मुझे कार में पटककर कहीं ले जाने लगे।
ड़ित ने आगे बताया कि “कार खुद शेरु चला रहा था और पीछे उसके साथी अभिषेक और तुषार मुझे घेरकर बैठे थे, जबकि शेरु की बगल में आगे की तरफ से लेखराज बैठा था। यह लोग मुझे एक नाले के पास लेकर गए और जब मैं बेहोश होने लगा तो शेरु ने मेरे ऊपर पेशाब कर दिया। इसके बाद भी उनका मन नहीं भरा और वे वहां से मुझे सज्जू मियां जबरिया की कार में पटकर शेरु के घर संजीव नगर ले गए। यहां भी उन लोगों ने मेरे साथ मारपीट की, जब मुझे होश आया तो उनके घर में ही था। मुझे बमुश्किल कुछ लोग छुड़ाकर अस्पताल ले गए।”