9 राज्यों से हुई मॉनसून की विदाई

भारत में इस साल सामान्य से अधिक मॉनसूनी बारिश हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है। आईएमडी ने कहा है कि अधिक एवं तीव्र निम्न दबाव प्रणालियों के कारण 2024 के मॉनसून के दौरान भारत में सामान्य से आठ प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। आईएमडी ने ताजा अपडेट में कहा है कि आज दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने पूरे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों के अलावा पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान के कुछ और हिस्सों से वापस चला गया है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की रेखा अब लखीमपुर खीरी, शिवपुरी, कोटा, उदयपुर, डीसा, सुरेन्द्रनगर और जूनागढ़ से होकर गुजर रही है। अगले 2-3 दिनों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, राजस्थान के शेष हिस्सों, गुजरात के कुछ और हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से मॉनसून की विदाई के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
इससे पहले आईएमडी ने यह भी बताया था कि मध्य, दक्षिणी प्रायद्वीपीय और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में अक्टूबर से दिसंबर तक सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है। आईएमडी ने यह भी कहा कि मध्य भारत और उससे सटे दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, अक्टूबर में देश के ज्यादातर भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर तक मॉनसून बाद (उत्तर-पूर्वी मॉनसून) मौसम के दौरान पांच मौसम संबंधी उपखंडों – तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक को शामिल करते हुए दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
आईएमडी का अनुमान है कि इस क्षेत्र में 334.13 मिलीमीटर के दीर्घावधि औसत से 112 प्रतिशत अधिक वर्षा हो सकती है। उसने अनुमान जताया कि मध्य भारत के कई हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में भी सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है।
हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत के ज्यादातर हिस्सों, पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों और देश के सुदूर दक्षिणी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी ने कहा कि स्थानिक वितरण से पता चलता है कि अक्टूबर के दौरान देश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।