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9 दिनों में हर दिन आग उगलेंगे सूर्य देवता, कब से शुरू हो रहा है इस साल नौतपा, जानिए

Nautapa 2025: अप्रैल के महीने में ही गर्मी का प्रचंड कहर देखने के लिए मिल रहा है तो वहीं पर आने वाले दो महीने मई और जून आग की तरह हो सकते है। मई के महीने में गर्मी का सबसे खतरनाक कहर होता है जिसमें हीट स्ट्रोक और गर्मी से जुड़ी कई समस्याएं शुरू हो जाती है। मई के महीने में नौतपा भी लगता है यानि नौ दिनों में भीषण गर्मी की मार देखने के लिए मिलती है। अप्रैल महीने के तापमान को ध्यान में रखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि, इस बार नौतपा के नौ दिन भी सूर्य देवता की आग में झुलसेंगे। चलिए जान लेते है कब से शुरू हो रहा है नौतपा और इसका ज्योतिष से क्या संबंध होता है…

जानिए क्या होता है नौतपा

नौतपा की बात की जाए तो, गर्मी के मौसम में सबसे प्रचंड गर्मी का दौर यही होता है। नौतपा वह स्थिति होती है इसमें जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं। इस समय सूर्य पृथ्वी के सबसे करीब होते हैं, जिससे गर्मी का असर बहुत बढ़ जाता है। जब सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तब नौतपा समाप्त हो जाता है। कहा जाता है कि, यह एक ऐसी समयावधि होती है, जब सूर्य देव अपनी पूरी शक्ति से पृथ्वी को तपाते हैं।

कब से शुरू होगा नौतपा

आपको बताते चलें कि, साल 2025 में नौतपे की शुरूआत 25 मई से होगी जो 9 दिनों की समयावधि में 8 जून को समाप्त होगा। इन नौ दिनों में सूर्य देवता सबसे तेज प्रकोप के साथ तपते है। इस नौतपे के दौर में खुद को हेल्दी रखने के लिए आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। इस दौरान इसलिए गर्मी होती है क्योंकि सूर्य देव पृथ्वी के बहुत करीब आ जाते हैं, जिससे सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधे और तीव्र प्रभाव डालती हैं। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होते हैं, तो इसका असर गर्मी पर पड़ता है।

जानिए क्या होता है नौतपा का ज्योतिष से संबंध

आपको बताते चलें कि, नौतपा का जिस तरह से वैज्ञानिक संबंध होता है उस तरह ही ज्योतिष शास्त्र से भी इसका संबंध होता है। यहां पर जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में होते हैं, तो यह एक ऐसा समय होता है जब सूर्य और शुक्र की संतान के कारण गर्मी में वृद्धि होती है। शुक्र और सूर्य का यह मिलन अत्यधिक गर्मी का कारण बनता है, जो इस दौरान महसूस होता है।

नौतपा के दौरान बरतें इस प्रकार की सावधानियां

नौतपा के दौरान आपको कुछ खास प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए जो इस प्रकार है…

इस दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
इस दौरान ठंडे पेय पदार्थ जैसे नारियल पानी, जूस आदि का सेवन करें ताकि शरीर ठंडा रहे।
दिन के उस समय से बचें जब सूरज अपनी पूरी ताकत से चमक रहा हो। बाहर जाने की जरूरत हो तो सिर पर कपड़ा ढककर जाएं।
इस मौसम में अत्यधिक शारीरिक श्रम से बचें और आराम करें।
अगर बाहर जाना जरूरी हो तो अधिकतर समय छांव में रहें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।

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