15 दिन के शिशु का 70,000 रुपए में सौदा, 7 लोगों पर मामला दर्ज

भंडारा: भंडारा जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। महज 15 दिन के एक नवजात शिशु को अवैध रूप से 70,000 रुपए में बेचे जाने का मामला सामने आया है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए साकोली पुलिस स्टेशन में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस घटना से पूरे जिले में हड़कंप मच गया है।
मामला ‘चाइल्ड हेल्प लाइन’ के टोल-फ्री नंबर 1098 पर मिली एक शिकायत से शुरू हुआ। भंडारा स्थित चाइल्ड हेल्प लाइन के कर्मचारियों को एक बच्चे को 70,000 रुपए में बेचे जाने की गोपनीय सूचना मिली, जिसके बाद उन्होंने तुरंत प्रारंभिक जांच शुरू की। इस जांच के दौरान पता चला कि एक बच्चे को अवैध रूप से गोद लिया गया था। ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी नितिन कुमार सत्थावने ने मामले की जांच अपने हाथ में ली और सबूत इकट्ठा करने शुरू कर दिए।
जांच के दौरान जो जानकारी सामने आई, वह बेहद चौंकाने वाली थी। साकोली तालुका के एक उप-जिला अस्पताल में अप्रैल 2024 में एक बच्चे का जन्म हुआ। जब बच्चा मात्र 15 दिन का था, तब 100 रुपए के स्टांप पेपर पर एक फर्जी ‘गोद लेने का प्रमाण पत्र’ तैयार करके उसे बेच दिया गया। इसके बाद, दत्तक माता-पिता ने भंडारा शहर के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में बच्चे के जन्म के झूठे दस्तावेज तैयार किए। इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर, उन्होंने भंडारा नगर परिषद से बच्चे का एक नया और पूरी तरह से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर लिया।
बिना किसी कानूनी प्रक्रिया या अदालती आदेश का पालन किए, जिला बाल संरक्षण अधिकारी नितिनकुमार सत्थवने ने साकोली पुलिस स्टेशन में महज मिलीभगत से बच्चे को बेचने की शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत के आधार पर, पुलिस ने सात लोगों – राज्यपाल हरिचंद रंगारी, सुचिता हरिचंद रंगारी (निवासी हसारा, ताल. तुमसर), अजीत पतिराम टेंभुर्ने, सोनाली अजीत टेंभुर्ने, नंदकिशोर मेश्राम, राकेश पतिराम टेंभुर्ने, पुष्पलता दिलीप रामटेके (निवासी घनोद, ताल. साकोली) के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यह पूरी कार्रवाई सहायक आयुक्त योगेश जावड़े और जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अरुण बंदुरकर के मार्गदर्शन में की गई। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सानिका वडनेरकर और उनके सदस्यों ने भी इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस अब मामले की आगे की जांच कर रही है।