हिला हैंडबाल स्पर्धा में बदइंतजामी, खिलाड़ी का बिगड़ा स्वास्थ्य

बिलासपुर। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में आयोजित पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयीन हैंडबाल (महिला) प्रतियोगिता में बदइंतजामी ने खिलाड़ियों को निराश किया है। शनिवार को मैदान में ग्लूकोज व पानी तक के लिए तरसना पड़ा। ढंग का भोजन तो दूर बैठने के लिए समुचित व्यवस्था तक नहीं थी। दरी की जगह चप्पल में बैठकर खिलाड़ी भोजन करती दिखी। अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संघ के तत्वावधान में आयोजित प्रतियोगिता का समापन रविवार को होगा। तीन दिनी आयोजित स्पर्धा में छत्तीसगढ़ समेत ओडिसा, बंगाल और उत्तर प्रदेश से टीम पहुंची है। खिलाड़ी दो दिन से खराब व्यवस्था और बदइंतजामी से परेशान है। एक ओर जहां उन्हें ठहराया गया है वहां ठीक से व्यवस्था तक नहीं है।
उत्कल विश्वविद्यालय ओडिसा की खिलाड़ी स्मोती का एक दिन पहले रात में तबीयत बिगड़ गया। आनन-फानन में सिम्स ले जाना पड़ा। फिलहाल वह ठीक है। कुछ खिलाड़ियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यहां जो भोजन उन्हें दिया जा रहा है वह खट्टा था। केला, दूध या ब्रेड तक नहीं दिया जा रहा। जबकि देश के अन्य जगहों पर उन्हें ऐसी खाने में सारी सुविधाएं दी जाती थी। हम सब बाहर से खाना मंगवाकर खा रहे हैं। इसी तरह वाराणसी की कोच ने मैदान पर ग्लूकोज नहीं मिलने पर विश्वविद्यालय पर जमकर भडास निकाली। एक अन्य कोच ने यहां तक कह दिया कि ऐसी परिस्थिति में यहां दोबारा कोई नहीं आना चाहेगा। इन सब के अलावा फेडरेशन के दो पदाधिकारियों के बीच भी विवाद की स्थिति बनी रही।
मैदान पर ग्लूकोज से लेकर पानी तक सारी व्यवस्थाएं हैं। भोजन को लेकर किसी ने शिकायत नहीं किया है। ब्रेड, केला या दूध की व्यवस्था करना उनके कोच की है हमारी नहीं। हमारे यहां अच्छी सुविधा है, दूसरी जगहों पर खिलाड़ी पांच किलोमीटर दूर भोजन करने जाते हैं। फेडरेशन से हमें कोई लेना देना नहीं। उच्च शिक्षा विभाग को जानते हैं। -प्रमोद तिवारी स्पोर्ट्स डायरेक्टर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय