सोनम ने ही दिया था आखिरी धक्का…राजा रघुवंशी मर्डर केस का सबसे बड़ा खुलासा, हमलावरों से चीखकर बोली- ‘मार दो इसे’

शिलांग: बीते कल यानी 9 जून की सुबस से अब तक हुए खुलासों से इस राज से पर्दा उठ गया है कि राजा रघुवंशी की असली कातिल खुद उनकी पत्नी सोनम है। जिसने पहले तो खुद को बदहवास और परेशान दिखाकर विक्टिम कार्ड खेला, लेकिन बेवफा सोनम इसमें कामयाब नहीं हो पाई। वहीं, अब इस केस में सबसे बड़ा खुलासा हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनम ने ही राजा रघुवंशी को शिलांग की उन वादियों में आखिरी धक्का दिया था या यूं कहें कि अपने पति को खाई में फेंक दिया था। यह भी पता चला कि खाई में फेंके जाने से पहले राजा की सांसें चल रही थीं और वह आखिरी सांस तक हत्यारों से लड़ते रहे। दरअसल, सोनम शादी के चार दिन बाद ही ससुराल से मायके चली गई थी।
मायके जाकर की हत्या की प्लानिंग
वहां जाकर उसने राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा रघुवंशी की हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी। अचानक उसने शिलांग का टिकट बुक कराया और राजा को हनीमून पर जाने के लिए राजी कर लिया। इसके साथ ही उसने 14 लाख रुपये में तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर हायर किए। उसने उनसे कहा कि अगर वे राजा को मार देंगे तो वह उन्हें 14 लाख रुपए देगी।
सुपारी की रकम बढ़ाने की बात कही
यह भी बताया जा रहा है कि हत्यारे थकान और ऊंचाई पर चढ़ने के डर के कारण राजा को मारने से मना कर रहे थे। जिसके बाद सोनम ने कहा कि सुपारी की रकम 14 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रूपये देने की बात कही। सोनम ने यह भी कहा कि इसे मारना ही होगा।
राजा ने किया हमलावरों का मुकाबला
इसके बाद योजना के मुताबिक जैसे ही राजा और सोनम शिलांग की चोटी पर पहुंचे, आरोपियों ने राजा पर हमला कर दिया। अपने ऊपर हुए हमले के बाद राजा ने हार नहीं मानी और हत्यारों का बहादुरी से मुकाबला किया, लेकिन सीने और सिर पर गंभीर चोटों के कारण मुकाबला करना मुश्किल था।
सोनम ने ही दिया आखिरी धक्का!
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि 4 आरोपियों में से एक विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पीछे से हमला किया। सोनम वहीं खड़ी होकर चिल्ला रही थी ‘उसे मार दो’। आरोपियों ने बताया कि राजा रघुवंशी को खाई में फेंकने से पहले तक वह जिंदा था। राजा को मारने के बाद उसे खाई में धकेलने में आरोपियों को दिक्कत हो रही थी, तभी सोनम ने मदद की और आखिरी धक्का दिया और राजा रघुवंशी गहरी खाई में गिर गया।
आकाश कर रहा था निगरानी
आरोपियों ने यह भी बताया कि हत्या से आधे घंटे पहले सोनम ने राजा की मां से फोन पर बात की थी। आरोपियों में से एक आकाश नीचे बाइक पर नजर रख रहा था, उसे देखना था कि कोई वहां आ तो नहीं रहा है।
नाकाम हो गई सोनम की हर चाल
हत्या के बाद बाकी आरोपियों के साथ सोनम भी आरोपियों के साथ इंदौर आई। वह यहां एक दिन रुकी। इसके बाद उसने एक कार किराए पर ली और यूपी पहुंच गई। ताकि वह इसे खुद के अपहरण का रूप दे सके। लेकिन सोनम की सारी चालें नाकाम हो गईं।