सुकमा में जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़, कई नक्सलियों के घायल होने की खबर

सुकमा। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज हो गई है। इसी क्रम में सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित कोंटा के किद्रेलपाड़ इलाके में डीआरजी जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ की खबर आ रही है। डीआरजी के जवान नक्सलियों की फायरिंग मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। अब भी मौके पर रूक-रूक कर मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ के दौरान कई नक्सलियों के घायल होने की खबर है। नक्सलियों के 26 मई को बंद के आह्वान से पहले सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन तेज कर दिया है। एसपी किरण चव्हाण ने मुठभेड़ की पुष्टि की है।
एक दिन पहले अबूझमाड़ के ओरछा क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के बाद चार महिला और चार पुरुष नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। अभियान से लौट रहे स्पेशल टास्क फोर्स के जवानों पर शुक्रवार को घात लगाकर नक्सलियों ने फिर हमला किया।
जवाबी गोलीबारी में एक और नक्सली मारा गया है। घटनास्थल से विस्फोटक और नक्सल साहित्य भी जब्त किया गया। रेकावाया के जंगल में अस्थायी ट्रेनिंग कैंप भी ध्वस्त किया गया। करीब 72 घंटे तक चली मुठभेड़ में सात-आठ बार रुक-रुककर फायरिंग चलती रही।
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि घटनास्थल की सर्चिंग की जा रही है। दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर डीआरजी तथा बस्तर फाइटर व एसटीएफ के सुरक्षा बलों को संयुक्त आपरेशन पर भेजा गया। मौके से एक 303, एक 315 बंदूक, दो 12 बोर बंदूक, चार एसबीएमएल बरामद की गई।
रेकावाया के जंगल में माड़ डिवीजन व पूर्वी बस्तर डिवीज़न के अंतर्गत इंद्रावती एरिया कमेटी के डीवीसीएम दीपक, कमलाकर, सपना उर्फ सपनक्का, प्लाटून नंबर 16 का कमांडर मल्लेश के साथ 50-60 सशस्त्र नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना पर दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर जिले के डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के साथ एसटीएफ की संयुक्त टीम नक्सल उन्मूलन अभियान पर निकली थी।