शबे कद्र की रौनक रही तमाम मस्जिदों में, घरों में भी जारी रही इबादत

भिलाई। रमजानुल मुबारक म शबे कद्र म ६ अप्रैल शनिच्चर के संझा ले ७ अप्रैल इतवार के बिंसरहा तक शहर के जम्मोच मस्जिद मन म अड़बड़ रौनक रहीस। मस्जिद मन म अउ घर में म २६वां रोजा अउ २७ वीं शब (रात) इबादत म गुजरिस। रोजेदार मन ह मिलजुल के इफ्तार करिस अउ रतिहा कन ले बिंसरहा तक इबादत करत रहीस। बिंसरहा ले बेरा शहर के जम्मोच मस्जिद मन म सहरी के इंतजाम घलो करे गिस। शबे कद्र म शहर के जम्मो मस्जिद मन म अउ घर मन म खैरो-बरकत बर दुआ अउ अपन गुनाह मन के क्षमा मांगे के संग नफिल इबादत जारी रहीस। जम्मो मस्जिद मन म विशेष नमाज (तरावीह) के बाद इमाम, मुअज्जिन अउ मोतकिफ सबो दीगर मनखे मन के इस्तकबाल करे गिस। शहर के मस्जिद मन म रुक के इबादत बर रतिहा भर जगईया मन बर सेहरी बर खास इंतजाम करे गिस। मस्जिद मन म नमाज के बाद तकरीर म शबे कद्र के फजीलत बयान करे गिस।
जामा मस्जिद सेक्टर-6 म इमामो-खतीब हाफिज इकबाल अंजुम हैदर ह शबे कद्र के रतिहा के इबादत के अहमियत बयान करिस। इहाँ रतिहा म विशेष नमाज (सलातुत तस्बीह) घलो बा-जमाअत पढाये गिस। अइसने शहर के दूसर मस्जिद मन म घलो मनखे मन ह रतिहा भर इबादत करत रहीस। मस्जिद शेरे खुदा हाउसिंग बोर्ड म घलो इमाम-मुअज्जिन अउ दीगर मनखे मन के शानदार इस्तकबाल करे गिस।
मरकजी मस्जिद पावर हाउस कैंप 2 मदरसा जामिया अरबिया भिलाई के मौलाना इनामुल हक ह बताइस की दूर्रे मन्सूर म हजरत अनस (रजि.) ह नबी हज़रत मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम के इरशाद नकल करे हे कि शबे कद्र हक ताला शान हु ह मोर उम्मत ल दे हे पाछु उम्मत ले नई मिले हे। येकर कारण पिछली उम्मत के मनखे मन के उम्र अड़बड़-अड़बड़ होये हे मोर उम्मत के उम्र थोर बहुत हे। अगर वे नेक अमल म ओकर बराबरी करना चाहत हे त नई कर सकय। शेखुल हदीस हजरत मौलाना जकरिया रहमतुल्लाह ह अपन रिसाले फजाईले रमजान मुबारक म शबे कद्र के मुत्तालिक लिखे हे रमजान मुबारक महीना के रात मन म एक रात शबे कद्र कहिलाथे जउन अड़बड़ बरकत अउ खैर के रात हे। कुरान शरीफ म ओला हजार महीना म अफजल बताइस। हजार महीना के ८३ बछर चार महीना होथें। खुशनसीब हे ओ मनखे जउन ल ये रतिहा के इबादत नसीब होथें। जउन मनखे ये एक रतिहा ल इबादत म गुजार देथे, ओहर गोया ८३ बछर चार महीना ले ज्यादा जमाना इबादत म गुजार दिस।
रिटायर्ड फौजियों की अनूठी पहल, इमाम ल तोहफे म दीस मोटर साइकिल
हाउसिंग बोर्ड औद्योगिक क्षेत्र म रहवासी भारतीय सेना के रिटायर फौजियों ह शबे कद्र म एक अनूठी पहल करिस। रिटायर्ड कैप्टन मोहम्मद जमाल सिद्दीकी के मार्गदर्शन म एक्स आर्मी ग्रुप ह देश के नाम रौशन करे के बाद समाज ल रौशन करे बर मुहिम शुरूआत करिस। शेर ए खुदा मस्जिद हाउसिंग बोर्ड के इमामो ख़तीब अल्लामा मौलाना हाफ़िज़ ताज़िम अहमद जामई के कौम बर खिदमत ल देखत शबे क़द्र के रतिहा अनूठा तोहफा दे पहल करिस। आर्मी ग्रुप ह देखिस की इमाम जामई के तीर-आये जाए के साधन नई हे। तय करे गिस कि ग्रुप के मनखे मन मिल के इमाम जामई करिस ये परेशानी ल दुरिहा करय। अइसन म ख़त्म तरावीह के मउका म एक ठन नवा मोटर साइकिल ओला बतौर तोहफा दिस। ये नेक बुता म कैप्टन मोहम्मद जमाल सिद्दीकी, मोहम्मद अनीस,मोहम्मद गुफ़रान, मोहम्मद रफ़ीक़, मोहम्मद इलियास,मोहम्मद अनीस अउ रहमतुल्लाह सिद्दीकी ह अपन भागीदारी दीस। शेर ए खुदा मस्जिद इंतज़ामिया कमेटी के डहर ले शमीम सिद्दीकी ह ये नेक पहल बर सबो रिटायर फौजियों ल मुबारक बाद दीस।