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रायगढ़ के एनआर इस्पात में बेल्ट टूटने से क्रेन से दबकर आपरेटर की मौत

रायगढ़ । उद्योगों में श्रमिक सुरक्षा दरकिनार होने हादसे का सिलसिला अनवरत चलने लगा है। आलम यह है कि हर दूसरे दिन उद्योगों में कार्यरत मजूदर विभिन्न घटनाओं में जान गंवा रहे है।

इसमें रायगढ़ के एनआर इस्पात में क्रेन में सामान की शिफ्टिंग करने के दौरान बेल्ट टूटकर क्रेन के उपर ही गिर गया इससे क्रेन चला रहे आपरेटर की दर्दनाक मौत होने का मामला सामने आया है।

गुरफान अली पिता अफ़जल अली उम्र 23 साल एनआर इस्पात में क्रेंर आपरेटर के पद पर कार्यरत था। जो मूल निवासी बिहार के सिवान जिले का निवासरत है।

बताया गया कि गुरुवार को क्रेन रोजना की तरह चला आपरेटर कर रहा था। एनआर इस्पात में काम करते समय एक क्रेन आपरेटर की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही प्लांट में अफरा-तफरा की स्थिति निर्मित हो गई। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेज दिया है।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के पूंजीपथरा थाना क्षेत्र में स्थित एनआर इस्पात में कल दोपहर 3 बजे के आसपास गुरफान अली पिता अफजल अली 23 साल निवासी सीवान बिहार जो कि एनआर इस्पात में बीते तीन माह से क्रेन आपरेटर के पद पर काम करते आ रहा था।

जिसमे क्रेंन से भारी भरकम लोहे के प्लेट वह व्यस्थित कर जमाने मे लगा था तो कहीं शिफ्ट कर रहा था। इस बीच उक्त सामान को बेल्ट यानी पट्टे के साहरे क्रेंन के सहयोग से इधर उधर करने के दौरान क्रेन का पट्टा टूट गया।

इस घटना को जब तक वह कुछ समझ पाता तब तक लोहे का भारी।भर कम वजनी समान उसके उपर गिर गया।इससे वह दब गया और उसकी मौत मौके पर ही हो गई।

अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई। प्लांट के अंदर यह घटना होते ही कर्मचारियों में हलचल मच गई, बड़ी संख्या में मजदूर व अन्य विभागों के श्रमिकों का दल भी मौके पर उमड़ गया।

इधर मौके की नजाकत को समझते हुए प्रबंधन द्वारा सुरक्षा कर्मियों के माध्यम से जिला शव अस्पताल भेज दिया और पुलिस को सूचित की। बहरहाल पूंजीपथरा पुलिस जांच में जुट गई हैं।

मेंटेनेंस दरकिनार उत्पादन और काम पर फोकस

हादसे के बाद प्लांट के कर्मचारियों में भारी नाराजगी देखने को मिला। कर्मचारियों का आरोप है कि प्लांट प्रबंधन सिर्फ उत्पादन पर ध्यान देता है, जबकि मशीनों की मेंटेनेंस को पूरी तरह नजरअंदाज किया जाता है।

इस लापरवाही का नतीजा आज एक युवा कर्मचारी की जान जाने के रूप में सामने आया है। हादसे के बाद प्लांट में जमकर विरोध हुआ लेकिन डंडे के जोर में उसे दबा दिए जाने की बात कही ज रही है।

औद्योगिक सुरक्षा विभाग का काम केवल कागजों में

रायगढ़ जिले को उद्योग नगरी के नाम से जाना जाता है यहां हजारों उद्योग है। कंपनियों द्वारा उत्पादन और मुनाफा को ही प्राथमिकता देते है। सुरक्षा दरकिनार रहता है। यही वजह है कि हादसे अनवरत है।

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