मुफ्त बिजली पाने और कमाने के लिए छत्तीसगढ़ में तीन हजार से ज्यादा परिवार तैयार

रायपुर। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना छत्तीसगढ़ में भी शुरू हो चुकी है। आचार संहिता के चलते अभी लोगों के पंजीयन तो कराए जा रहे हैं मगर सोलर प्लांट के कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। चार जून के बाद आम लोगों को इस योजना का फायदा मिलेगा। इससे प्रत्येक परिवार को 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिल सकेगा। वह बचने वाली बिजली बेच भी सकेंगे।
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को लेकर छत्तीसगढ़ के लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है और कम समय में ही 3,363 घरों ने अपना पंजीकरण करवा लिया है। इनमें 1,941 आवेदन स्वीकार भी कर लिए गए हैं। 1,422 आवेदन विचारणीय नहीं किए गए हैं । इस योजना के तहत कुल स्थापित रूफटाप सौर संयंत्रों की संख्या 36 है। इस योजना के तहत प्रदेश में एक लाख से अधिक सोलर प्लांट लगाने की तैयारी है।
छत्तीसगढ़ में आरईसी लिमिटेड को नोडल अधिकारी बनाया गया है। आम घरेलू उपभोक्ता अपने स्वीकृत भार तक की क्षमता के रूफटाप सोलर प्लांट स्थापित कर सकते हैं। आरटीएस कार्यक्रम के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (CSPDCL) द्वारा जिलेवार नोडल अधिकारी बनाए गए हैं।
बिजली कंपनी के अध्यक्ष व सचिव पी.दयानंद और विशेष सचिव सुनील कुमार जैन अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को इस योजना का लाभ दिलाने की योजना में जुटे हुए हैं। आचार संहिता हटने के बाद योजना में तेजी आएगी। लोग घर की खपत के अनुसार सोलर पैनल लगवा सकेंगे।
अगर आपके घर की खपत 150 यूनिट तक है तो आपको एक किलोवाट का सोलर पैनल लगाना होगा, वहीं अगर खपत 200 से 250 यूनिट तक है तो आप दो किलोवाट तक का सोलर पैनल लगा सकते हैं। 300 यूनिट से ज्यादा खपत पर आपको तीन किलोवाट वाला सोलर पैनल लगाना होगा।
पीएम सूर्यघर योजना के तहत हर परिवार को दो किलोवाट के सोलर प्लांट के खर्च राशि में से 60 प्रतिशत सब्सिडी के रूप में अकाउंट में आएगा। इसी तरह तीन किलोवाट के सोलर प्लांट के लिए अतिरिक्त एक किलोवाट के प्लांट पर 40 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी।
उदाहरण के लिए अगर आप तीन किलोवाट का प्लांट लगाएंगे तो लगभग 1.45 लाख रुपये की लागत आएगी। उसमें से 78 हजार रुपये की सब्सिडी सरकार देगी। बचे हुए 67,000 रुपए के लिए सस्ते बैंक लोन की व्यवस्था सरकार ने की है। बैंक रेपो रेट से केवल 0.5 प्रतिशत ज्यादा ही ब्याज वसूल सकेंगे।