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महाकुम्भ : शाही-स्नान से पूर्व भीड़ हुई बेकाबू, SDM की गाड़ी और बैरेकेडिंग तोड़ी

लखनऊ। शाही स्नान से पहले महाकुम्भ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। स्नानार्थियों की भीड़ के आगे कुम्भ पुलिस की तैयारियां ध्वस्त हो गईं। कुम्भ पुलिस ने दो दिन पहले ही जोनल प्लान लागू कर दिया। इससे श्रद्धालुओं का गुस्सा फूट पड़ा और पांटून पुल सात के समीप लगे बैरिकेड भीड़ ने तोड़ दिए। इस दौरान पुलिस से धक्कामुक्की और नोकझोंक भी हुई। यहां तक कि एसडीएम की गाड़ी में भी
तोड़फोड़ की गई।

कुम्भ प्रशासन व मेला पुलिस ने मौनी अमावस्या पर संभावित भीड़ को देखते हुए जोनल प्लान बनाया था। इसके तहत जिस दिशा से श्रद्धालु आएंगे, उसकी दिशा में स्नान कर लौटेंगे। हालांकि मौनी अमावस्या के दो दिन पहले सोमवार को ही एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु मेला में पहुंच गए। दिन में लगातार बढ़ती भीड़ को देखते हुए आनन-फानन में सोमवार को ही जोनल प्लान लागू करते हुए अधिकतर पांटून पुलों से आवागमन रोक दिया गया। वाराणसी व जौनपुर मार्ग से मेला में आने वाले श्रद्धालुओं का जमावड़ा पांटून पुलों पर बैरिकेड के समीप जमा होने लगा। इससे बाद बेकाबू भीड़ ने पुलिस के साथ धक्कामुक्की करते हुए बैरिकेडिंग तोड़कर गिरा दी। श्रद्धालुओं को एसडीएम सदर ने समझाने का प्रयास किया, तो उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ शुरू हो गई। बेकाबू भीड़ को देखते प्रशासन व पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा।

एकतरफ मेला में लगातार भीड़ बढ़ रही है, तो रोजाना कोई न कोई वीवीआईपी व वीआईपी का दौरा हो रहा है। वीआईपी प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए पुलिस को जगह-जगह रास्ता रोक कर वीआईपी की गाड़ियां पास करानी पड़ रही हैं जबकि कुम्भ पुलिस ने 26 जनवरी से तीन फरवरी तक मेला क्षेत्र में नो-व्हेकिल व नो-वीआईपी का नियम लागू करने का दावा किया था। वीआईपी प्रोटोकाल बंद होने से श्रद्धालुओं में नाराजगी बढ़ने लगी है। जाम से परेशान आम शहरियों और अधिवक्ताओं का आरोप है कि वीआईपी प्रोट्रोकॉल का पालन करने के चक्कर में न सिर्फ मेला बल्कि शहर की भी यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। शहर में जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर आवागमन रोक दिया जा रहा है। इससे सोमवार को शहरवासियों के साथ अधिवक्ताओं को हाईकोर्ट व कचहरी तक जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन कर नाराजगी व्यक्त की। हाईकोर्ट बार के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस मंत्रियों, नेताओं व वीआईपी के स्वागत में लगी हुई है। चेताया कि यदि वीआईपी प्रोट्रोकाल बंद नहीं किया गया, तो अधिवक्ता आंदोलन को बाध्य होंगे। उधर, इलाहाबाद डिविजन इंश्योरेंस एम्पलाइज यूनियन के मंडल अध्यक्ष अविनाश कुमार मिश्रा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि पिछले एक सप्ताह से सभी कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। झुंसी,फाफामऊ मुंडेरा व नैनी आदि जगह से आने वाले कर्मचारियों को दो-तीन घंटे तक ऑफिस आने में लग रहे हैं।

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