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महाकुंभ में माघ पूर्णिमा का पवित्र स्नान शुरू, भक्त लगा रहे डुबकी

प्रयागराज। आज माघ पूर्णिमा के दिन महाकुंभ का पवित्र स्नान किया जा रहा है। माना जाता है कि इस दिन संगम तट पर स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति व्यक्ति को होती है, देवी-देवता भी इस दिन संगम तट पर डुबकी लगाने आते हैं। इस दिन रखे गए व्रत से उत्तम फलों की प्राप्ति भक्तों को होती है। माघ पूर्णिमा का स्नान महाकुंभ का पांचवां सबसे प्रमुख स्नान है, इसके बाद महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ का अंतिम प्रमुख स्नान किया जाएगा। मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाले माघ पूर्णिमा स्नान के दिन स्नान का अमृत काल सुबह 5 बजकर 55 मिनट से 7 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।

2.5 करोड़ श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगा सकते हैं

मंगलवार को रात दस बजे तक एक करोड़ 43 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे। बुधवार को भी माघी पूर्णिमा का दिन भर स्नान होगा। मेला प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि लगभग 2.5 करोड़ श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाएंगे।

भीड़ को देखते हुए महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश एक दिन पहले से ही रोक दिया गया है। प्रयागराज शहर को भी नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। सिर्फ आपात सेवा और आवश्यक सेवाओं वाले वाहन चलेंगे।

मेले के अंदर नहीं है जाम की स्थिति

भीड़ में थोड़ी वृद्धि है लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। श्रद्धालु स्नान के बाद तेजी के साथ वापस भी लौट रहे हैं। मेले के अंदर कहीं भी जाम जैसी स्थिति नहीं है। आज मेला चलता फिरता हुआ नजर आ रहा है।

मंगलवार दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी

आस्था के इस महापर्व पर महाकुंभ मेला क्षेत्र में मंगलवार दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। शाम तक तो लाखों की संख्या में स्नानार्थी संगम तट पर पहुंच चुके थे। स्नान का शंखनाद होते ही पुण्य की डुबकी लगने लगी।

आज हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी कराई जाएगी

बस अड्डों, स्टेशनों, पार्किंग स्थलों से संगम की ओर से पूरी रात श्रद्धालुओं का रेला चलता रहा। प्रयागराज आने वाले हर मार्ग पर वाहनों का तांता लगा हुआ है। श्रद्धालुओं पर बुधवार सुबह आठ बजे से हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी कराई जाएगी।

भीड़ प्रबंधन को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद अधिकारी विशेष रूप से सतर्क हैं। सभी दिशाओं में अलग-अलग पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है। संगम पर भी बैरिकेडिंग मजबूत की गई है। कुंभनगर में एकल मार्ग से ही श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है।

माघी पूर्णिमा पर स्नान की खास बातें

11 फरवरी की शाम 6 बजकर 55 मिनट से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ

12 फरवरी की शाम 7 बजकर 22 मिनट तक हो सकेगा महास्नान

2.5 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने का लगाया गया है अनुमान

श्रद्धालुओं पर 25 क्विंटल पुष्प की वर्षा हेलीकॉप्टर से कराई जाएगी

15 जिलों के डीएम, 20 आईएएस व 85 पीसीएस अफसर ड्यूटी में

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