भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचा

दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा भारतीय शेयर बाजार पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप सुबह के कारोबार में 3,45,87,667.21 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो 83.31 रुपया प्रति डॉलर की एक्सचेंज रेट के हिसाब से 4,000 अरब डॉलर होता है।
मार्च 2020 में महामारी के निचले स्तर के बाद से देश के एक्सचेंजों पर लिस्टेड सिक्युरिटिज का मार्केट कैप तीन गुना हो गया है। बता दें पांच राज्यों के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी की हालिया जीत ने राजनीतिक जोखिम कम कर दिया है और निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार देश के एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध प्रतिभूतियों का मार्केट मार्च 2020 की महामारी के बाद से तीन गुना हो गया है और सोमवार तक 4 ट्रिलियन डॉलर के निशान से थोड़ा कम रह गया था।
3,000 अरब डॉलर से 4,000 अरब डॉलर तक पहुंचने में सिर्फ ढाई साल लगे: देश के प्रमुख शेयर बाजार बीएसई (BSE) पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का संयुक्त बाजार मूल्यांकन बुधवार को पहली बार 4,000 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों के मार्केट कैप को 3,000 अरब डॉलर से 4,000 अरब डॉलर के स्तर तक पहुंचने में सिर्फ ढाई साल लगे।
बाजार को 1,000 से 1,500 अरब डॉलर तक पहुंचने में लगे सात साल: 24 मई, 2021 को पहली बार मार्केट कैप 3,000 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचा था। इससे पहले बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मूल्यांकन 28 मई, 2007 को 1,000 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचा था।
इसके बाद छह जून, 2014 को यह 1,500 अरब डॉलर पर पहुंचा। इस तरह बाजार को 1,000 अरब डॉलर से 1,500 अरब डॉलर तक पहुंचने में करीब सात साल लगे। वहीं लिस्टेड कंपनियों का कुल मूल्यांकन 10 जुलाई, 2017 को 2,000 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचा था।