एस जयशंकर ने ट्रंप को सुनाई खरी-खरी! पाकिस्तान और परमाणु पर कही बड़ी बात

वडोदरा: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा कि भारत किसी भी परमाणु धमकी से डरने वाला नहीं है और आतंकवाद के खिलाफ उसकी जीरो टॉलरेंस की नीति कायम है। वडोदरा के एक निजी विश्वविद्यालय के विदेशी छात्रों के दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में जयशंकर ने दो टूक कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने और उसका सहारा लेने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
जयशंकर ने कहा कि भारत कभी भी परमाणु धमकियों के सामने झुकने वाला नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जो देश आतंकवाद को समर्थन देते हैं और उसका उपयोग करते हैं, उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। हालांकि उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके इस बयान को बढ़ते वैश्विक तनाव और परमाणु नीतियों पर पाकिस्तान के संदर्भ में देखा जा रहा है।
वैश्विक भूमिका में हो रहे बदलावों पर दिया जोर
जयशंकर ने भारत की वैश्विक भूमिका में हो रहे बदलावों पर जोर देते हुए कहा कि भारत एक ऐसा अनोखा सभ्यतागत राष्ट्र है, जो वैश्विक मंच पर अपनी सही पहचान और स्थान को दोबारा स्थापित कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की बढ़ती भू-राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं इसकी आर्थिक उन्नति, सामरिक साझेदारियों और वैश्विक दक्षिण में मजबूत प्रभाव के कारण और अधिक सशक्त होती जा रही हैं।
बिना नाम लिए ट्रंप पर हमला
जयशंकर ने बिना किसी देश का नाम लिए कहा कि कुछ देशों के लिए यह चलन बन गया है कि वे खुद को दूसरों के बीच समझौता कराने वाला बताकर प्रचारित करें और इस भूमिका में काम करने की कोशिश करें। उनका यह बयान ऐसे समय आया जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के लिए मध्यस्थता की थी। ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने भारत को व्यापारिक मामलों में फैसले लेने के लिए मजबूर किया था।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराने आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक कार्रवाई शुरू की, जिसमें कश्मीर में 26 लोग मारे गए। इस अभियान के तहत भारत ने दो सप्ताह बाद पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस हमले में करीब 100 आतंकी मारे गए। इसके परिणामस्वरूप दोनों देशों के बीच चार दिनों तक सैन्य तनाव बना रहा।