बख्शे नहीं जाएंगे बलौदाबाजार कांड के उपद्रवी, सरकार ने दिए जांच के आदेश

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में धार्मिक स्तंभ को नुकसान पहुंचाने के विरोध में सतनामी समाज का आंदोलन सोमवार को हिंसक हो गया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सरकारी कार्यालय में तोड़फोड़ भी की। गत 15 और 16 मई की दरमियानी रात को कुछ अज्ञात लोगों ने बलौदाबाजार जिले के गिरौदपुरी धाम में पवित्र अमर गुफा में स्थित सतनामी समाज द्वारा पूजे जाने वाले ‘जैतखंभ’ में तोड़फोड़ की थी। घटना के विरोध में सतनामी समाज ने सोमवार को यहां दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव का आह्वान किया था। इस मामले पर छत्तीसगढ़ सरकार ऐक्शन लेने की तैयारी में है। सरकार ने इस उपद्रव की जांच के आदेश दे दिए हैं।
इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्र हुए थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ने से रोकने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगा दिए थे। बलौदाबाजार के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बताया कि सतनामी समाज ने शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया था, लेकिन विरोध हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और अवरोधक तोड़कर जिलाधिकारी कार्यालय में घुस गए। उन्होंने कार्यालय भवन पर पथराव किया और वहां खड़े कई वाहनों को आग लगा दी। कुमार ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं।
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में प्रदर्शनकारी कई मोटरसाइकिल, कार और एक भवन में आगजनी करते दिख रहे हैं और भीड़ दमकल विभाग के एक वाहन को भी आग के हवाले कर रही है। वीडियो में प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प भी दिख रही है।
अधिकारी ने बताया कि विभिन्न संगठनों और सतनामी समाज के प्रतिनिधियों की मांग पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार ने पहले ही ‘जैतखंभ’ की तोड़फोड़ की घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। शर्मा ने आज सुबह एक बयान में कहा कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली ऐसी घटनाएं राज्य में कहीं भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने सभी से सामाजिक सौहार्द बनाए रखने का भी अनुरोध किया है।