बंफर जीत ने नेता प्रतिपक्ष बनाने लायक भी नहीं छोड़ा कांग्रेस को

रायपुर। बंफर जीत से अब रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष का औचित्य ही नहीं रह गया है,वैसे भी एक्ट में नेता प्रतिपक्ष जैसा कोई प्रावधान है भी नहीं। वो तो पार्टी अपने स्तर पर एक नेता का चयन करती रही है ताकि उनके नेतृत्व में निगम परिषद के भीतर पार्षद सत्ता पक्ष के खिलाफ अपनी बात रखें और जरुरत पडऩे पर विरोध करें। इस बार 70 में 7 मतलब कोरम भी पूरा नहीं हो रहा है। 3 निर्दलीय आगे जाकर कहां जायेंगे इसकी भी कोई गारंटी नहीं। मतलब कांग्रेस की स्थिति ये हो गई है निगम के भीतर नहीं बाहर सड़क पर खड़े होकर ही आप उनके फैसलों का विरोध कर सकते हैं। संभवत: पहली बार इतनी दुर्गति हुई हैं। दूसरी ओर सभापति के लिए पांच बार के पार्षद सूर्यकांत राठौर का नाम सबसे आगे हैं,इसके बाद मनोज वर्मा का नाम आता हैं। तय माना जा रहा है कि इन्ही में से कोई एक बनेगा। जहां तक महापौर व पार्षदों के शपथ लेने का सवाल है त्रिस्तरीय चुनाव के बाद ही शपथ लेंगे ऐसी संभावना है। इनके निर्वाचन की अधिसूचना जारी होते ही इसकी प्रक्रिया शुरु हो जायेगी।