पाकिस्तान का बड़ा फैसला, भारतीय विमानों पर पाबंदी 24 अगस्त तक बढ़ाई गई

इस्लामाबाद: पाकिस्तान एयरपोर्ट्स अथॉरिटी (PAA) ने एक बार फिर भारतीय विमानों के लिए अपने एयरस्पेस के उपयोग पर रोक की समयसीमा बढ़ा दी है। नई जानकारी के अनुसार, अब यह प्रतिबंध 24 अगस्त तक लागू रहेगा। यह रोक उन सभी भारतीय विमानों पर लागू होगी जो भारत द्वारा स्वामित्व, संचालन या लीज पर लिए गए हैं, चाहे वे नागरिक हों या सैन्य।
यह फैसला शुक्रवार, 18 जुलाई को दोपहर 3:50 बजे जारी किए गए नोटम (NOTAM) के माध्यम से लिया गया, जो तुरंत प्रभावी हो गया। अब यह पाबंदी 24 अगस्त की सुबह 5:19 बजे तक जारी रहेगी।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुआ था फैसला
भारत ने भी पाकिस्तानी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र के उपयोग पर रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध 30 अप्रैल से प्रभावी है और फिलहाल 24 जुलाई तक लागू रहेगा। यह कदम 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में उठाया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। 24 अप्रैल को हुए हमले के 48 घंटे बाद, पाकिस्तान ने भारतीय हवाई यातायात पर प्रतिबंध लगा दिया।
वायु सीमा में प्रवेश करने से रोक
इसके जवाब में जवाबी कार्रवाई में भारत ने भी पाकिस्तानी विमानों को अपने वायु सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया। तब से दोनों पड़ोसी देशों ने एक-दूसरे के विमानों को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी है। बता दें कि भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए बंद किए गए अपने एयरस्पेस को पहले 24 मई को खोलने की योजना बनाई थी, लेकिन इस प्रतिबंध को एक महीने बढ़ाकर 24 जून तक कर दिया गया था। अब सोमवार को जारी एक नए एनओटीएएम (नोटिस टू एयरमैन) के तहत इस पाबंदी की अवधि और एक महीने बढ़ा दी गई है, जो अब 24 जुलाई, 2025 तक लागू रहेगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच माहौल तनावपूर्ण
भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमले का जवाब देने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। 6 और 7 मई की आधी रात को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकवादी ठिकानों पर सटीक सैन्य हमले किए। इस सैन्य कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो गई।
पाकिस्तान की ओर से कई बार ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया। फिलहाल दोनों देशों के बीच आपसी सहमति से युद्धविराम की स्थिति बनी हुई है।