
लखनऊः 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत गई थी, जिसमें कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बीते रोज अंतिम संस्कार से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर पहुंचकर शुभम को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने शुभम द्विवेदी के घर जाने से साफ-साफ इंकार कर दिया।
सपा सुप्रीमों ने कहा कि कानपुर में शुभम द्विवेदी के घर हम नहीं जा रहे। भाजपा वहां कुछ भी करा सकती है। इसलिए सावधान रहना चाहिए। इसके अलावा एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था, तब एक फौजी के यहां गया था। उस कमरे में RSS के लोग बैठे हुए थे। उन्होंने क्या करवाया था। आप पता करवा लीजिएगा।
वहीं बीते रोज मोदी सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी यादव शामिल नहीं हुए थे। हालांकि उनकी पार्टी की तरह से राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने बैठक में भाग लिया था। पहलगाम आतंकी हमले पर अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार कड़ी कार्रवाई करे, क्योंकि आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता। उनका मकसद लोगों में डर पैदा करना होता है। इस दौरान उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो पैसा प्रोपगेंडा पर खर्च होता है, वह अगर सुरक्षा पर खर्च होता तो यह घटना नहीं होती।
बिहार में बीते रोज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। पीएम के इस वाकत्वय पर अखिलेश ने कहा कि पीएम कड़ा कदम उठाएं। उम्मीद नोटबंदी से भी बढ़ी थी और धारा 370 हटाने से भी। लेकिन सरकार क्या कर रही है? आतंकवाद रोकने की जिम्मेदारी सरकार की थी। पहले की घटनाओं से सबक क्यों नहीं लिया गया?