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“नैतिकता ही स्वतंत्रता का आधार है”

जमाअत-ए-इस्लामी हिंद वूमेनस विंग के द्वारा राष्ट्रीयव्यापी अभियान नैतिकता ही स्वतंत्रता का आधार है 1 सितंबर से 30 सितंबर 2024 तक इस विषय पर एक महीने का अभियान शुरू किया गया है।
इसी अभियान के तहत पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र के प्रोफेसरो से इस विषय पर चर्चा की गई इस अभियान का उद्देश्य यह है कि वास्तविक स्वतंत्रता क्या है?और यह नैतिकता से किस प्रकार जुड़ी हुई है, इसके बारे में जागरूकता लाना।
केवल नैतिक मूल्यों का पालन करके ही व्यक्ति जीवन में वास्तविक और स्थायी स्वतंत्रता और पूर्णता प्राप्त कर सकता है।

इस अभियान का उद्देश्य रंग, लिंग, धर्म या क्षेत्र के भेदभाव के बिना किसी के लिए अपनी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने और मौलिक अधिकारों का लाभ उठाने के लिए आवश्यक स्वतंत्रता सुनिश्चित करना है। हमारा मानना है कि इसे केवल कुछ नियमों का पालन करके ही प्राप्त किया जा सकता है, जिन्हें हम नैतिक मूल्य कहते हैं।

राष्ट्रीय, जिला और ज़मीनी स्तर पर शिक्षाविदों, धार्मिक विद्वानों, और बौद्धिक व्यक्तियों के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने आवश्यक हैं। नैतिक मूल्यों का पालन करने के महत्व पर छात्रों और युवाओं को शिक्षित करने के लिए कॉलेज परिसरों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाने अत्यंत आवश्यक हैं।
अभियान के इसी एक्शन प्लान पर कार्यरत होते हुए JIH की टीम
पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र की प्रोफेसर प्रमुख डॉ. रीता वेणुगोपाल, डॉ. प्रियंवदा श्रीवास्तव,तथा

समाजशास्त्र की सहायक प्रोफेसर डॉ. हेमलता बोरकर और इतिहास की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बंसनुरिटी से मुलाकात करने और उनके साथ “नैतिकता ही स्वतंत्रता का आधार है” विषय पर चर्चा करने का अवसर प्राप्त हुआ।

इस अवसर पर पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. जकिया खान साहिबा, नेशनल एग्जीक्यूटिव कमेटी की सदस्य मोहतरमा फाखरा तबस्सुम साहिबा, राज्य अध्यक्ष श्रीमती सुल्ताना परवीन, उपाध्यक्ष (JIH) श्रीमती जुवेरिया बानो, JIH यूनिट अध्यक्ष श्रीमती मुजाहिदा नाहिद, और राज्य कैंपेनिंग संयोजक श्रीमती नुज़हत आबिदा भी शामिल रहीं।

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