थिएटर से OTT तक, हर मंच पर हुमा कुरैशी ने बिखेरा अभिनय का जादू

अभिनय में दम, अंदाज़ में आत्मविश्वास और व्यक्तित्व में अनोखी चमक इन सबका नाम हुमा कुरैशी है। हुमा कुरैशी का जन्म 39वां जन्मदिन मना रहे हैं। 28 जुलाई 1986 को दिल्ली में जन्मीं हुमा ने एक नॉन-फिल्मी बैकग्राउंड से आने के बावजूद अपने टैलेंट के दम पर बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई है। ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से डेब्यू करने वाली हुमा को आज उनकी वेब सीरीज ‘महारानी’ के लिए खास तौर पर जाना जाता है।
हुमा कुरैशी का शुरुआती सफर आसान नहीं था। उनके पिता दिल्ली में रेस्तरां चलाते हैं और मां एक गृहिणी हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से इतिहास में स्नातक करने के बाद हुमा ने थिएटर में कदम रखा और जल्द ही मुंबई का रुख किया। यहां उन्होंने विज्ञापनों में काम करना शुरू किया और आमिर खान, शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार्स के साथ स्क्रीन शेयर की।
हुमा कुरैशी की किस्मत
हुमा कुरैशी की किस्मत चमकी अनुराग कश्यप की नजर पड़ते ही, जिन्होंने उन्हें ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में मोहसिना के किरदार के लिए चुना। इस फिल्म में हुमा कुरैशी की शानदार अदाकारी ने फिल्मफेयर में दो नॉमिनेशन दिलाए बेस्ट फीमेल डेब्यू और बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस। इसके बाद हुमा कुरैशी ने ‘एक थी डायन’, ‘बदलापुर’, ‘जॉली एलएलबी 2’, ‘डेढ़ इश्किया’ जैसी फिल्मों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई।
हुमा कुरैशी का करियर
हुमा कुरैशी सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित नहीं रहीं। हुमा कुरैशी ने तमिल फिल्म ‘काला’ में रजनीकांत के साथ काम किया, मराठी फिल्म ‘हाइवे’ में अभिनय किया और एक हॉलीवुड फिल्म में भी नजर आईं। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ‘महारानी’, ‘लीला’ और ‘तरला’ जैसी वेब सीरीज और फिल्मों ने उन्हें एक सशक्त कलाकार के रूप में स्थापित किया।
हुमा कुरैशी की पहली किताब
2023 में हुमा कुरैशी ने अपनी पहली किताब ‘जेबा: एन एक्सीडेंटल सुपरहीरो’ भी लॉन्च की, जिसे पाठकों और समीक्षकों दोनों से सराहना मिली। उन्हें अब तक तीन फिल्मफेयर नॉमिनेशन और एक ओटीटी अवॉर्ड मिल चुका है। वे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। हुमा कुरैशी आज भारतीय सिनेमा की उन चुनिंदा एक्ट्रेसेस में से हैं, जिन्होंने टैलेंट, आत्मविश्वास और मेहनत से इंडस्ट्री में अपनी एक अलग जगह बनाई है।