खेल जगत

जन्मदिन विशेष: क्रिकेट से कम, कमेंट्री से ज्यादा विवादों में रहे संजय मांजरेकर

नई दिल्ली: भारत के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर 12 जुलाई को अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं। मांजरेकर का जन्म 12 जुलाई 1965 को हुआ था। उन्होंने क्रिकेट के बाद कमेंट्री में अपना हाथ अजमाया और फिर उसी में उन्होंने अपना करियर भी बना लिया। वो ऐसे खिलाड़ी है जिनकी पहचना सिर्फ खेलने के समय तक ही नहीं सीमित रही। खेल के बाद भी वो खेल से जुड़े रहे।

संजय मांजरेकर कभी भारतीय टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज हुआ करते थे। अब वो अपने बयानों और कमेंट्री के चलते सुर्खियों में रहते हैं। 12 जुलाई 1965 को कर्नाटक के मंगलुरु में जन्मे संजय मांजरेकर ने अपना घरेलू क्रिकेट मुंबई की ओर से खेला। मांजरेकर ने 1987 से 1996 तक भारत के लिए कुल 37 टेस्ट और 74 वनडे मुकाबले खेले। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 2043 रन बनाए, जिसमें चार शतक शामिल हैं। वहीं वनडे में उनके नाम 1994 रन दर्ज हैं, जिसमें एक शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं।

मांजरेकर अपने जमाने में सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज हुआ करते थे। इसके बाद भी उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चला। इसके बाद उन्होंने अपना रुख कमेंट्री की तरफ किया और यहां से वो विवादों में घिरे रहे। संजय मांजरेकर अपनी साफगोई और बिना लाग-लपेट के राय देने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन कई बार उनके बयान क्रिकेट प्रशंसकों और खिलाड़ियों को चुभ भी गए।

2019 वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने रवींद्र जडेजा को ‘बिट्स एंड पीसेज’ खिलाड़ी कहा था, जिसका ज़बरदस्त विरोध हुआ। खुद जडेजा ने सोशल मीडिया पर मांजरेकर को आड़े हाथों लिया। इस विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि बीसीसीआई ने उन्हें अगले साल कमेंट्री पैनल से हटा दिया। हालांकि बाद में उन्होंने माफी मांगी और फिर से कमेंट्री टीम में शामिल किए गए।

मांजरेकर ने समय-समय पर विराट कोहली, हार्दिक पांड्या, रविचंद्रन अश्विन और गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ियों को लेकर भी विवादित टिप्पणियां की हैं। एक बार उन्होंने साथी कमेंटेटर हर्षा भोगले के क्रिकेट ज्ञान पर भी सवाल खड़ा कर दिया था, जो काफी आलोचना का कारण बना।

टी20 विश्व कप के लिए मांजरेकर द्वारा चुनी गई टीम में विराट कोहली को जगह नहीं मिली थी। तब उन्होंने कहा था कि कोहली की फॉर्म उतनी प्रभावशाली नहीं है। लेकिन उसी टूर्नामेंट में कोहली की शानदार बल्लेबाज़ी ने भारत को चैंपियन बना दिया और मांजरेकर की राय पर सवाल उठने लगे।

हालांकि विवाद उनके साथ लगातार जुड़े रहे हैं, लेकिन संजय मांजरेकर ने कभी अपनी शैली नहीं बदली। आज भी वह एक प्रमुख कमेंटेटर के रूप में सक्रिय हैं और भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ में कमेंट्री कर रहे हैं। उनकी टिप्पणी शैली चाहे जितनी भी विवादित रही हो, लेकिन इतना तय है कि मांजरेकर क्रिकेट की दुनिया में एक ऐसा नाम बन चुके हैं जिसे नज़रअंदाज़ करना मुश्किल है। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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