ज़न सुनवाई–क्या गंभीर पर्यावरणीय क्षति को जन्म देगा NR ऑयरन एंड पावर प्रायवेट लिमिटेड..? नक्कार खाने में तूती की आवाज बनेंगे एक बार फिर से विरोध के स्वर..?
● रायगढ़ के फेफड़े को फाड़ने हो रहा है उद्योगों का विस्तार…?
● ग्राम देलारी, शिवपुरी के घने जंगल को काट स्थापित होंगी जहरीला धुंआ उगलती चिमनिया…
● NR आयरन एंड पावर प्रायवेट लिमिटेड को हुई ज़मीन की रजिस्ट्री से लेकर विस्तार हेतु आवश्यक इ आई ए रिपोर्ट में छुपाई गई है वृक्षों की गणना..
● प्लांट स्थापित करने ग्राम शिवपुरी की जिस निजी भूमि पर स्थित वृक्षों की कटाई हेतु आवेदन किया गया था उसमें सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी ने मौका जाँच पंचनामा में जताया था गम्भीर पर्यावरणीय क्षति का अंदेशा…
● सैटेलाइट इमेज से हो सकता है दूध का दूध और पानी का पानी...
● करोड़ों का है जलकर बकाया फिर भी मिलने वाली है जल दोहन की अनुमति.. ?
● सूचना के अधिकार से प्राप्त कार्यालय वन परिक्षेत्राधिकारी, रायगढ़ (छत्तीसगढ़) द्वारा वनमण्डलाधिकारी रायगढ़ वनमण्डल को प्रेषित पत्र दिनांक 7 जून 2022 का लेख
उपरोक्त संदर्भित विषय में प्रतिवेदन है कि आवेदक एन.आर. आयरन एंड प्रा.लि. की ओर से डायरेक्टर विजय कुमार अग्रवाल पिता नंदकिशोर अग्रवाल निवासी एन.आर. विला जिन्दल रोड भगवानपुर तहसील व जिला रायगढ़ द्वारा ग्राम शिवपुरी में प.ह.न.27 स्थित स्वयं की भूमि स्वामी हक की भूमि कुल खसरा न. 31 कुल रकबा 299.011 हे. भूमि पर स्थित लगभग 200 विभिन्न प्रजाति के वृक्षों को भूमि के औद्योगिक प्रयोजनार्थ हेतु काटे जाने बाबत् आवेदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रायगढ़ को प्रस्तुत किये थे जिसमें उपरोक्त वृक्षों की कटाई किये जाने के संबंध में स्पष्ट अभिमत विभाग द्वारा चाही गयी है जिसमें मौके पर परिक्षेत्र सहायक रायगढ़ II को मौका जांच करने हेतु लेख किया गया था परिक्षेत्र सहायक के जांच प्रतिवेदन अनुसार उक्त भूमि में लगभग 50 हजार साल, महुआ प्रजाति के वृक्ष मौके पर पाये गये ग्राम शिवपुरी उक्त क्षेत्र से लगा हुआ है जिसमें ग्रामीणों द्वारा निस्तार किया जाता है। इतने अधिक संख्या में वृक्षों की कटाई करने से पर्यावरण को भारी नुकसान होगा । अतः वृक्षों की कटाई करना उचित नहीं है। परिक्षेत्र सहायक द्वारा मौका पंचनामा तैयार कर प्रतिवेदन इस कार्यालय को प्रस्तुत किये हैं, परिक्षेत्र सहायक के प्रतिवेदन से मैं सहमत हूँ।
रायगढ़। आगामी दो दिवस में जिले के दो वृहद उद्योगों के विस्तार हेतु प्रस्तावित जनसुनवाई संपन्न होने जा रही है। जैसा कि विदित है पूर्व में जितनी भी जनसुनवाई उद्योगों की स्थापना एवं विस्तार हेतु संपन्न हुई है वह झूठी एवं बनावटी ई आई ए, एस आई ए रिपोर्ट, धनबल से जुटाए गए जनसमर्थन तथा भ्रष्ट प्रशासनिक अमले की सहायता से कराई जाती रही है। इस बार भी एनआर आयरन एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड ग्राम शिवपुरी तथा मेसर्स मां काली एलाइंस उद्योग प्राइवेट लिमिटेड ग्राम देलारी के विस्तार हेतु जनसुनवाई प्रस्तावित है जिनकी ई आई ए रिपोर्ट पर प्रश्न वाचक चिन्ह लगा हुआ है। यह दोनों ही उद्योग पूर्व से ही आसपास स्थापित रहे हैं एवं इनका विस्तार भी जिस क्षेत्र में किया जाना है वहां दर्जनों छोटे-बड़े उद्योग पूर्व से स्थापित हैं। कभी गहन जंगलों से आच्छादित ग्राम देलारी एवं शिवपुरी में शेर की दहाड़ गूंजा करती थी वहां अब शेर तो नहीं लेकिन अन्य जंगली जीव जंतु आज भी विचरण करते देखे जाते हैं। यही नहीं जंगली हाथियों के विचरण के मार्ग में यह क्षेत्र समाहित होने लगा है। आदिम जाति जनजाति के हितों पर कुठाराघात करते हुए बहुतायत में पाये जाने वाले वनोपज पर आश्रित स्थानीय निवासियों की आजीविका सहित अन्य प्रांतों से मजदूरों की आमद से सामाजिक रीति रिवाजों पर व्यापक प्रभाव की अनदेखी की जा रही है। औद्योगिक एवं सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि को रोकने के आधे अधूरे उपायों को अपनाकर अपराधों में बेतहाशा वृद्धि को रोकने में जिला प्रशासन सहित सरकारी प्रयास लाचार है लेकिन औद्योगिक विस्तार विकास के लिए जरूरी है यही प्रचारित किया जाता है। पर्यावरण के विनाश की बुनियाद पर इस औद्योगिक विस्तार एवं विकास का विरोध व्यापक रूप से होने के अंदेशे को भांप दोनों ही उद्योगों के द्वारा जनसुनवाई सफलता पूर्वक संपन्न कराने साम दाम दंड भेद की नीति अपनायी जा रही है। देखना यह है कि ऐसे आरोप लगाने वाले चुनिन्दा लोग धनबल से जुटाए जाने वाले ज़न समर्थन के आगे क्या एक बार फिर नक्कार खाने में तूती की आवाज़ बनकर रह जायेंगे या फिर यह जनसुनवाई सफल की जाकर उद्योगों का विस्तार होगा