छत्तीसगढ़ में सामने आया हैरान कर देने वाला मामला : अंतिम संस्कार के बाद हुई मृतक की पहचान

सांकरा निको: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के उरला थाना क्षेत्र में एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक सड़क हादसे में मृत व्यक्ति की पहचान नहीं होने पर तीसरे दिन पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। लेकिन इसी दिन एक व्यक्ति के लापता होने की खबर थाने में पहुंची। इसके बाद स्वजन द्वारा मृत व्यक्ति को पहचानने के बाद पुलिस ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कब्र से शव निकलवाकर स्वजनों को सौंपा है। यह घटना चार दिन पहले की है।
26 जून की शाम करीब साढ़े पांच बजे, बायपास रिंग रोड पर एक अज्ञात वाहन ने एक युवक को रौंद दिया और मौके से फरार हो गया। हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी और उसका शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया था। उरला पुलिस ने शव को शवगृह में रखवाया और उसकी शिनाख्त के कई प्रयास किए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। स्वजन के अभाव और पहचान न हो पाने के कारण पुलिस ने तीसरे दिन, यानी 28 जून को शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
संयोगवश, जिस शाम शव का अंतिम संस्कार किया गया, उसी शाम उरला थाने में एक गुमशुदगी का मामला दर्ज कराने कुछ लोग पहुंचे। थाना प्रभारी बीएल चंद्राकर ने बताया कि जब गुमशुदगी दर्ज कराने वालों को पुलिस ने सड़क हादसे में मृत युवक के बारे में जानकारी दी, तो उन्होंने मृतक के कपड़ों और उसकी कलाई पर बने गोदना (टैटू) को देखकर उसे अपने परिवार का सदस्य पहचान लिया।
मृतक की पहचान दयानंद वर्मा पुत्र बृजनंदन वर्मा, उम्र 26 वर्ष, निवासी कैलाश नगर, उरला के रूप में हुई। स्वजन अपने बेटे के बारे में जानकर सदमे में आ गए। इसके बाद 29 जून को, उरला पुलिस ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कब्र से शव का उत्खनन कर उसे बाहर निकाला और विधिवत रूप से स्वजन को सुपुर्द कर दिया।