घर में छा सकती है कंगाली, अगर धनतेरस के दिन खरीद ली ये चीजें, देवघर के आचार्य से जानें
खुशियों का त्योहार दिवाली के रूप में मनाया जाता है. दीपावली के दिन घर-घर में दीया जलाकर पुरे घर को दिये की रौशनी से जगमगाया जाता है. घर में दिए जलाने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर चली जाती है.सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
दीपावली के ठीक 2 दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है. धनतेरस में खरीदारी करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इससे माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर बेहद प्रसन्न होते हैं. लेकिन खरीदारी करते वक्त कई जातक भूल कर बैठते हैं. जिनकी वजह से माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर रुस्ट हो जाते हैं. इससे घर मे कंगाली भी छा सकती है.
क्या कहते है ज्योतिषाचार्य
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 से कहा कि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है. इस साल 29 अक्टूबर धनतेरस का त्यौहार मनाया जाएगा. धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा आराधना की जाती है. इस दिन कुछ ना कुछ बाजारों से अवश्य खरीदना चाहिए. इससे 13 गुणा धन की बढ़ोतरी होती है.
खरीददारी करते वक्त रखे ध्यान
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि धनतेरस के दिन खरीदारी करना अत्यंत मंगलकारी होता है. कई लोग धनतेरस के दिन नए व्यापार की शुरुआत करते हैं. कई लोग धनतेरस के दिन वाहन,जमीन जायदाद इत्यादि खरीदते है. धनतेरस के दिन सबसे ज्यादा सोना चांदी और बर्तनों की बिक्री होती है. लेकिन कुछ चीज ऐसी होती हैं जो धनतेरस के दिन बिल्कुल भी नहीं खरीदना चाहिए.
इन चीजों की खरीददारी ना करे :
काला वस्तु :
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि धनतेरस के दिन अगर आप बाजार कुछ खरीदारी करने जाते हैं तो भूल कर भी काला वस्त्र या काला वस्तुएं नहीं खरीदें. इससे घर में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
एल्युमिनियम का बर्तन:
धनतेरस के दिन सबसे ज्यादा बिक्री बर्तन की होती है लेकिन ध्यान रहे लोहा, एल्युमिनियम की बर्तन भूलकर भी नहीं ख़रीदे.
कांच की वस्तु :
धनतेरस के दिन कांच से बनी कोई भी वस्तु खरीदना शुभ नहीं माना जाता है इससे माता लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं और घर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है घर में कंगाली भी छा सकती है.
प्लास्टिक की वस्तुएं :
धनतेरस के दिन प्लास्टिक की वस्तुएं खरीद कर घर नहीं लाना चाहिए घर पर वास्तु दोष का प्रभाव पड़ सकता है. धन-धन और सुख समृद्धि में वृद्धि की बजाय जातक को नुकसान हो सकता है.