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गुजरात में गरबा आयोजनों में दिल का दौरा पड़ने से कम से कम 10 लोगों की मौत

गांधीनगर । गुजरात में गरबा आयोजनों में दिल का दौरा पड़ने से कम से कम 10 लोगों की मौत की सूचना है। पीड़ितों में सबसे कम उम्र के शख्‍स की आयु सिर्फ 13 साल थी। 24 घंटे के दौरान 500 से अधिक एम्बुलेंस कॉल की गईं। सरकार ने भी अलर्ट जारी किया है और आयोजकों से सभी आवश्यक उपाय करने के लिए कहा है, जिसमें यह सुनिश्चित करना भी शामिल है कि लोगों को अस्वस्थ महसूस होने पर अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध हो।
ऐसी ही एक घटना खेड़ा जिले के कपडवंज कस्बे में घटी, जहां एक कार्यक्रम में गरबा खेलते समय 17 साल के वीर शाह की अचानक तबीयत खराब हो गई और नाक से खून बहने लगा। इसके बाद शाह को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। वीर शाह के माता-पिता एक अन्य कार्यक्रम में जश्न मना रहे थे। सूचना मिलने के बाद वह अस्‍पताल पहुंचे, हालांकि तब तक उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया।
अहमदाबाद, नवसारी और राजकोट में भी 20 साल से अधिक उम्र के लोगों की मौत सहित इसी तरह के मामले सामने आए हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि वडोदरा जिले के दाभोई में भी एक 13 साल के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि उसे दिल का दौरा पड़ने का गरबा खेलने से संबंध था या नहीं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में 11% से अधिक लोग मधुमेह से पीड़ित हैं, 15% से अधिक लोग प्री-डायबिटिक हैं, 36% से अधिक उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हैं और 50% से अधिक लोग मोटापे से ग्रस्त हैं। ये सभी समस्‍याएं हृदय की धमनियों में समस्याएं पैदा करती हैं। इनमें से ज्‍यादातर मरीजों में कोरोनरी आर्टरी डिजीज के प्रमाण मिले हैं। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (धमनियों की दीवार में प्लाक का निर्माण), उच्च रक्तचाप और मधुमेह की शुरुआत की उम्र कम हो गई है। हमारी आबादी युवा है, लेकिन यह बहुत स्वस्थ नहीं है।

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