नए साल के प्रारंभ में भी नहीं लग पाएंगे छत्तीसगढ़ में स्मार्ट मीटर

रायपुर. छत्तीसगढ़ में स्मार्ट मीटर का लगना ताे तय है लेकिन ये नए साल के प्रारंभ में भी नहीं लग पाएंगे, कारण यह है कि अब तक इसके लिए कंट्रोल रूम का बनना भी प्रारंभ नहीं हो सका है। राजधानी रायपुर के साथ ही रायपुर संभाग और पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। पांच संभागों को तीन संभागों में बांटकर तीनों संभागों का टेंडर होने के बाद अब गुढ़ियारी में कंट्रोल रूम बनाने की कवायद चल रही है। आचार संहिता के कारण मामला अटका था, अब टेंडर करके कंट्रोल रूम का काम प्रारंभ किया जाएगा। इसके बनने के बाद ही मीटरों का लगना संभव होगा।
गुढ़ियारी में बनने वाले कंट्रोल रूम को लेकर तय किया गया है कि स्कॉडा वाली बिल्डिंग के पास में जो खाली जमीन है, उसमें नया भवन बनाकर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। लेकिन इसी के साथ यह भी तय किया गया है कि टाटा कंपनी चाहे तो इस भवन के बनने से पहले वह स्कॉडा वाली बिल्डिंग में अपना अस्थाई सेटअप लगा सकती है। जहां नया भवन बनने में करीब साल भर का समय लग जाएगा, वहीं कंपनी ने अस्थाई कंट्रोल रूम बनाने का काम भी किया तो इसमें भी इतना ज्यादा समय लग जाएगा कि नए साल के प्रारंभ में मीटर लगने प्रारंभ नहीं हो सकेंगे।
टाटा लगाएगी रायपुर संभाग में स्मार्ट मीटर
पावर कंपनी ने चार हजार करोड़ का काम होने के कारण तीन हिस्सों में टेंडर किया था। रायपुर संभाग बड़ा होने के कारण उसे अलग संभाग रखा गया और इसका टेंडर 16 सौ करोड़ का किया गया। इसका काम टाटा को मिल गया है। टाटा ने स्मार्ट मीटर लगाने के लिए काफी पहले से ही सर्वे भी प्रारंभ कर दिया है। रायपुर में पहले सरकारी दफ्तरों में मीटर लगाए जाने हैं। दुर्ग संभाग के साथ बस्तर संभाग और पावर कंपनी के राजनांदगांव संभाग को मिलाया गया। इसका टेंडर भी 16 सौ करोड़ का किया गया था। इसमें रेट बीड एकमात्र अदाणी का होने के कारण इसका टेंडर रद्द कर दिया गया था। इसका री-टेंडर किया गया, आधा दर्जन बार तिथि बढ़ाने के बाद इसका टेंडर फाइनल हुआ और इसका काम भी जीनस कंपनी को मिला है। इसी कंपनी को बिलासपुर और अंबिकापुर संभाग का संयुक्त टेंडर भी मिला है।
पोस्टपेड कनेक्शन होंगे बंद
स्मार्ट मीटर लगने के साथ ही घरेलू और गैर घरेलू वर्ग के सभी उपभोक्ताओं के अब तक चल रहे पोस्टपेड कनेक्शन समाप्त हो जाएंगे। इनके स्थान पर सभी कनेक्शन प्रीपैड हो जाएंगे। इसके लिए सभी उपभोक्ताओं को मोबाइल की तर्ज पर बिजली का उपयोग करने से पहले कूपन लेकर रिचार्ज कराना होगा। रिचार्ज किए बिना बिजली का उपयोग करना संभव नहीं होगा।
अलग-अलग कीमत के होंगे रिचार्ज कूपन
पॉवर कंपनी ने जिन कंपनियों को मीटर लगाने का काम दिया है वही कंपनी रिचार्ज कूपन भी प्रकाशित करेगी। इसी के साथ मोबाइल की तरह डिजिटल रिचार्ज की भी सुविधा मिलेगी। उपभोक्ता को अपनी खपत के हिसाब से रिचार्ज करना होगा। जिनको लगेगा कि उनकी खपत एक माह में पांच सौ होती है तो वे उतने का रिचार्ज करा सकेंगे। जिनकी खपत ज्यादा होगी, वे ज्यादा का रीचार्ज करा सकेंगे। उपभोक्ता चाहेंगे तो एक से ज्यादा माह के लिए भी रिचार्ज करा सकेंगे, ताकि उनकी बिजली कट होने का खतरा न रहे।