कोन्दा भैरा के गोठ – सुशील भोले

–बधाई हो जी भैरा.. मूल निवासी समाज के मुड़ म इहाँ के मुखियई के पागा खाप डारेव तुमन ए बखत.
-हव जी कोंदा तहूं ल बधाई.. हमर मनसुभा रिहिसे के आरुग छत्तीसगढ़िया ल ही इहाँ के मुखिया बनाए जाय.. वाजिब म गजब निक जनावत हे संगी, अब भरोसा होवत हे के इंकर अगुवई म गारंटी के रूप म जेन घोषणा पत्र जारी करे गे रिहिसे वोमा के जम्मो कारज ह पूरा होही.
-हव जी भरोसा तो हमूं मनला होवत हे के अब इहाँ के भाखा, संस्कृति अउ अस्मिता के बढ़वार होही, राज्य आन्दोलन के बखत हमर पुरखा मन के ए राज के अस्मिता के स्वतंत्र चिन्हारी के जेन सपना देखे रिहिन हें, तेन ह पूरा होही, चारों खुंट छत्तीसगढ़ी संस्कृति अउ परंपरा के दर्शन होही.
-हव जी अउ एकर शुरुआत ए मनला छत्तीसगढ़ी राजभाखा म शपथ ग्रहण कर के करना चाही, काबर ते भाखा अउ संस्कृति इही दूनों ह कोनो भी देश अउ राज के चिन्हारी के मानक होथे.