साधराम हत्याकांड की जांच एनआईए से कराने के लिए औपचारिक मगर अनिवार्य आग्रह पत्र भेजा

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्रीय गृह सचिव को कबीरधाम जि़ले में हुए साधराम हत्याकांड की जांच एनआईए से कराने के लिए औपचारिक मगर अनिवार्य आग्रह पत्र भेज दिया है। यह पत्र राज्य सरकार ने 24 अप्रैल को भेजा है।
ये है मामला :
कबीरधाम जि़ले के लालपुर कला में 21 जनवरी की सुबह कऱीब साढ़े सात बजे साधराम यादव का शव बरामद हुआ था। साधराम का गला रेता गया था।पुलिस ने मामले की जांच करते हुए अयाज़ खान, इदरिस खान, सोफियान क़ुरैशी, अब्दुल मेहताब खान, शेख रफ़ीक और एक नाबालिग को हत्या के आरोप में गिरफ़्तार किया। पुलिस जब आरोपियों से हत्या की वजह को समझने की क़वायद कर रही थी तब आरोपियों के मोबाइल से कश्मीर से जुड़े संदिग्ध नंबर बरामद हुए। पुलिस ने विवेचना में यह पाया कि, आरोपियों की आवाजाही कश्मीर में भी थी।
कबीरधाम पुलिस,इस मामले में पूछताछ और अन्य तथ्यों के आधार पर हत्या को लेकर इस निष्कर्ष पर आई है कि,यह मसला अयोध्या में राम लला मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जुड़ा हुआ था। कबीरधाम एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने घटना को लेकर बताया -22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी थी, साधराम की गला रेत कर हत्या हिंदु समुदाय के लोगों को भयभीत करने के लिए और आस्था को तोडऩे के लिए की गई थी। 20-21 अप्रैल की दरमियानी हुई हत्या के मामले में कबीरधाम पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल तथा अन्य अभिलेखों की जाँच के बाद इस मामले की पृष्ठभूमि में कथित आतंकी और अतिवादी मुस्लिम संगठनों की संलिप्तता को देखते हुए इस मामले में 17 फऱवरी को यूएपीए की धारा 16 जोड़ दी।यूएपीए की यह धारा जुड़ते ही संकेत साफ़ हो गए थे कि, देर सबेर इस मामले में एनआईए की एंट्री होगी।
साधराम यादव हत्याकांड से आक्रोशित परिजनों की सीएम साय से मुलाक़ात क्षेत्रीय विधायक और गृहमंत्री विजय शर्मा ने कराई थी। सीएम विष्णु देव ने परिजनों की माँग पर एनआईए से जाँच कराने का आश्वासन दिया था। सीएम साय ने 28 फऱवरी को एनआईए से जाँच कराए जाने का एलान किया था। इस घोषणा के परिपालन में राज्य सरकार ने 24 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्रालय को एनआईए जाँच के लिए आग्रह पत्र भेज दिया है।