
निमोनिया एक तरह का इंफेक्शन है जो फेफड़ों में होता है। जिसकी वजह से फेफड़ों से एयर सैक में सूजन आ जाती है। कई बार निमोनिया जानलेवा भी हो जाता है। जिसका कारण फेफड़ों में पानी भर जाना होता है। ये पानी एक तरह का पस या लिक्विड होता है। जिसकी वजह से फेफड़े काम करना बंद कर देते हैं। इसलिए निमोनिया का सही समय पर इलाज बेहद जरूरी है। निमोनिया के शुरुआती लक्षण काफी ज्यादा सर्दी और जुकाम से मिलते जुलते होते हैं। सर्दी-जुकाम और कफ के साथ जब सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, तेज खांसी के साथ कोल्ड हो जाता है। तो ये लक्षण निमोनिया के होते हैं। ऐसे में सही इलाज बेहद जरूरी होता है। इलाज के साथ ही निमोनिया से जल्दी ठीक होने में डाइट में कुछ फूड्स को भी शामिल करना चाहिए।
संतरा
संतरे में विटामिन सी काफी ज्यादा मात्रा में होता है। ऐसे में हेल्दी रहने और किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचने के लिए संतरे को जरूर खाना चाहिए। हालांकि गले की खराश और खांसी होने पर बहुत ज्यादा खट्टे संतरे को खाने से बचना चाहिए। संतरे के साथ विटामिन सी के लिए नींबू, बेरीज और कीवी जैसे फ्रूट्स को भी खाया जा सकता है।
साबुत अनाज
साबुत अनाज जैसे जौ, ब्राउन शुगर, ओट्स में कार्बोहाइड्रेट होता है जो कि निमोनिया से रिकवरी में एनर्जी देता है। साबुत अनाज में मौजूद सेलेनियम की मात्रा इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है। साथ ही विटामिन बी बॉडी टेंपरेचर को कंट्रोल करता है। जिससे निमोनिया के दौरान होने वाले बुखार और इंफेक्शन से लड़ने में शरीर को मदद मिलती है।
गर्म पानी, गर्म हेल्दी ड्रिंक
निमोनिया से रिकवरी में गर्म ड्रिंक काफी हेल्प करती है। लेकिन किसी भी गर्म ड्रिंक को थोड़ा-थोड़ा और घूंट-घूंट करके पीना फायदेमंद है। अगर आप ढेर सारा और एकसाथ पी लेते हैं तो इससे परेशानी हो सकती है। मुलेठी की चाय, हल्दी की चाय पीने से निमोनिया की रिकवरी में मदद मिलती है।
शहद
शहद को एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी माना जाता है। सर्दी-जुकाम में ऑर्गेनिक शहद खाना काफी राहत देता है। खासतौर पर गले की खराश में शहद फायदेमंद है। निमोनिया के लक्षणों में शहद को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
अदरक
अदरक फेफड़ों को हेल्दी रखने में मदद करता है और सांस से जुड़ी दिक्कतों को ठीक करता है। इसलिए निमोनिया की शिकायत होने पर अदरक को डाइट में लें। ये फेफड़ों में जमा म्यूकस को हटाने में मदद करता है।