
आज 1 अगस्त से ‘विश्व स्तनपान सप्ताह की शुरुआत हो रही है। यह सप्ताह 7 अगस्त तक अनवरत चलता है। विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान नई माताओं को स्तनपान यानि ब्रेस्टफीड करने का महत्व बताया जाता है। नई मांओं को जानकारी नहीं होती है कि, स्तनपान, नवजात शिशु की सेहत के लिए कितना आवश्यक है। इस अर्थ को बताने के लिए विश्व स्तनापान दिवस मनाया जाता है। अक्सर वर्किंग महिलाओं के साथ ब्रेस्टफीडिंग की समस्या होती है जहां पर वे अपने नवजात शिशु का सही तरह से ध्यान नहीं रख पाते है।
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं, नवजात शिशु के लिए स्तनापान बेहद जरूरी होता है। शुरुआती 6 महीने शिशु को सिर्फ मां का दूध पिलाया जाता है जो शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास करता है।
18 महीने तक स्तनपान कराना होता है जरूरी
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, नवजात शिशु के लिए मां का दूध अमृत के समान होता है जिसका पान कराया जाना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, पहले 6 महीने से 18 महीने तक शिशु के लिए मां का दूध बेहद जरूरी होता है। एक शिशु के लिए मां का दूध जरूरी है जो प्राकृतिक रूप से रोगाणुगीन होता है यानि यह बच्चे को कई बीमारियों से बचाता है। मां के दूध में जरूरी पोषक तत्व आईजीए एड लैक्टोफेरिन के गुण होते है जो अन्य किसी दूध में नहीं मिलता है।
नवजात शिशु के लिए मां का दूध इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करता है। स्तनपान करने से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कई बार ऐसा होता है कि, कुछ नई माताओं के ब्रेस्ट में मिल्क का निर्माण कम मात्रा में होता है। यहां पर ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ाने के लिए नेचुरल चीजों का सेवन करना चाहिए।
ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक फूड्स का करें सेवन
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, आयुर्वेद में छिपी कुछ चीजों के बारे में जानकारी दे रहे है जिसका सेवन करने से नई माताओं का ब्रेस्ट मिल्क का निर्माण अच्छी तरह से होता है।
1. मेथी दाने- आप हेल्दी डाइट में मेथी दाने का सेवन कर सकते है। यहां पर मेथी के दाने ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए सही चीज है। यह प्राकृतिक रूप से ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करती है। इसके लिए आप कुछ दानों को पानी में भिगोकर रात भर के लिए छोड़ दें।फिर सुबह में इसे गुनगुने पानी के साथ खा लें, इसे आप चाय में भी डाल सकती हैं।
2. ड्राई फ्रूट्स- नई माताएं अपनी डाइट में ड्राई फ्रूट्स को शामिल कर सकते है। इसमें कुछ सूखे मेवे जैसे अखरोट, बादाम, काजू, पिस्ता हेल्दी फैट युक्त होते हैं। इन्हें दिन में एक/दो बार नाश्ते के रूप में खाने से स्तन में दूध का निर्माण होता है।
3. हरी पत्तेदार सब्जियां- आप अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन शुरू कर सकते है। इसमें आप पालक, मेथी, सरसों का साग, लौकी, तोरी आदि का सेवन करने से सेहत में फायदा मिलता है। कहते है कि, लौकी की सब्जियां और दालें स्तन के दूध की आपूर्ति में सुधार करती हैं। आपको पर्याप्त आयरन, प्रोटीन और फाइबर भी देती हैं।
4. सौंफ के बीज- नई माताओं को अपनी डाइट में सौंफ को शामिल करना चाहिए। यहां पर आप सौंफ के शरबत या सिर्फ सौंफ की चाय (पानी में उबाली हुई सौंफ) के रूप में दिन में किसी भी समय लिया जा सकता है। इस चीज का सेवन करने से ब्रेस्ट मिल्क निर्माण में मदद मिलती है।
5. जीरा- नई माताएं अपनी डाइट में जीरा को शामिल कर सकते है। यहां पर जीरे का सेवन भी ब्रेस्ट मिल्क के प्रोडक्शन को बढ़ाने में मदद करता है। आप अपने भोजन में खाना पकाते समय जीरा जरूर डालें,जीरे का पानी/चाय दिन में एक/दो बार पी सकती हैं।
6. डिल सीड्स (Dill seeds)- नई माताओं को इसका सेवन करना चाहिए। डिल सीड्स से बनी चाय भी आप डिलीवरी के बाद पी सकती हैं. आप स्तनपान के दौरान सुवा भाजी का भी सेवन कर सकती हैं।
7. शतावरी- ब्रेस्ट मिल्क के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए शतावरी जड़ी-बूटी का सेवन कर सकते है। आप किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह से उचित खुराक के अनुसार शतावरी को पाउडर, घी या गोली के रूप में ले सकती हैं।
8. तिल के बीज- आप अपनी डाइट में तिल के बीज का सेवन शुरू कर दें। यह ब्रेस्ट मिल्क के निर्माण में भूमिका निभाता है। इसके लिए आप तिल के बीज से आप पौष्टिक लड्डू बनाकर सेवन करें। आप इसे तड़के में सरसों के बीज के साथ भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
9. नारियल: नई माताएं अपनी डाइट में नारियल को शामिल कर सकते है। नारियल का पानी और गुड़ के साथ सूखा नारियल लेने से स्तन के दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होती है।
10. अलसी के बीज: सेहत के लिए सबसे बेहतर अलसी के बीज होते है। ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ाने के लिए नई माएं सूखे भुने हुए अलसी के बीजों को भोजन के बाद मुखवास या माउथ फ्रेशनर के रूप में खा सकती है।