
नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर ऐसी समस्या है जिसमे लिवर में फैट जमा होने लगता है। जिसकी वजह से लिवर का फंक्शन रुकता है और कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती है। नॉल एल्कोहलिक फैटी लिवर में बिना शराब के ही गलत खानपान और लाइफस्टाइल की आदतें लिवर को खराब कर देती है। जिसकी वजह से लिवर सिरोसिस, लिवर खराब हो जाना, कॉर्डियोवस्कुलर डिसीज, टाइप 2 डायबिटीज और हार्मोनल इंबैलेंस जैसी समस्या पैदा होने लगती है। फैटी लिवर की समस्या को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता। लेकिन अगर सही लाइफस्टाइल और डाइट को फॉलो किया जाए तो काफी हद तक लिवर को डैमेज होने से बचा सकते हैं। जानें किस तरह से फैटी लिवर को पूरी तरह से खराब होने से बचा सकते हैं।
ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करें
फैटी लिवर की समस्या से बचना है तो डाइट में चीनी, फ्रूट जूस जिसमे फ्रक्टोज होता है, रिफाइंड कार्ब्स को खाना बंद कर दें। दरअसल, इंसुलिन रेजिस्टेंस की वजह से फैटी लिवर की समस्या पैदा होती है। इसलिए शुगरी चीजों से परहेज जरूरी है क्योंकि फ्रक्टोज लिवर के जरिए मेटाबॉलाइज्ड होता है।
इन सब्जियों को डाइट में जरूर लें
फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली जैसी क्रूसिफायर फैमिली की सब्जियों के साथ ही ग्रीन टी की डाइट में जरूर लें। ये लिवर में हो रहे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने और सूजन को घटाने में मदद करते हैं।
टॉक्सिंस से रहें दूर
प्रोसेस्ड फूड्स, पैकेज्ड फूड जैसी चीजों से दूर रहें। ये शरीर में मोटापा और लिवर के आसपास फैट बढ़ाने का काम करते हैं। इसके अलावा पैराबिंस, फैथलेट्स, ट्राईकोलोसन जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट में मिलने वाले केमिकल से दूर रहें और प्रदूषण से भी दूर रहें। प्रदूषित वातावरण भी लिवर पर बुरा असर डालता है।
रेगुलर एक्सरसाइज
सप्ताह में कम से कम चार से पांच दिन एक्सरसाइज जरूर करें। जिससे इंसुलिन सेंसेटिविटी में सुधार हो और लिवर फैट कम हो सके।
विटामिन ए और ओमेगा 3 फैटी एसिड
ऐसे फूड्स को लें जिसमे विटामिन ए और ओमेगा 3 फैटी एसिड्स हों। हो लिवर में हो रहे इंफ्लेमेशन को कम कर सके और साथ ही लिवर फंक्शन को बढ़ा सके।