संयुक्त राष्ट्र में लाया गया जंग रोकने का प्रस्ताव, 120 देशों का मिला सर्मथन, भारत समेत 45 देशों ने नहीं डाला वोट

Israel Hamas War. बीते करीब 22 दिनों से इजराइल और हमास के बीच जंग चल रही है. इस बीच न्यूयार्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल एसेंबली में शनिवार सुबह 2 बजे (भारतीय समयानुसार) इजराइल-हमास जंग रोकने का प्रस्ताव पास हो गया. इस प्रस्ताव के पक्ष में 120 वोट पड़े. वहीं विपक्ष में 14 वोट डाले गए. जबकि भारत सहित 45 देशों ने वोट नहीं किया. इजराइल ने इस प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया.
इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा कि इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है और इस अधिकार का एहसास यह सुनिश्चित करना है कि इस तरह के अत्याचार कभी नहीं दोहराए जाएं और यह तभी सुनिश्चित होगा जब हमास का पूरी तरह से खात्मा हो जाए.
अलजजीरा के मुताबिक, कतर की मध्यस्थता में इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम और प्रीजनर स्वैप एग्रीमेंट पर बातचीत हो रही है. इसके पहले ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन 26 अक्टूबर को न्यूयॉर्क में यूएन जनरल असेंबली में कहा था- हमास बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार है. लेकिन फिर पूरी दुनिया को इजराइल की जेलों में बंद 6 हजार फिलिस्तीनियों की रिहाई का समर्थन करना चाहिए.
ये है पूरा विवाद
दोनों देशों के बीच ये विवाद सालों से चला आ रहा है. यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद जारी है. फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है. वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है. गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है. यहां फिलहाल हमास का कब्जा है. ये इजराइल विरोधी समूह है. सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी. 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए. फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो.