सावधान! रसोई सिलेंडर में कम आ रही गैस, ग्राहक तौल कर ही लें LPG सिलेंडर

रसोई गैस के दामों में लगभग हर महीने वृद्धि हो रही हैं। जिससे घर का खर्च बढ़ रहा हैं। जनता पर महंगाई का बोझ बढ़ा है। अगर निर्धारित वजन से कम तौल की गैस मिले तो समय से पहले खत्म हो जाता है। अतिरिक्त बोझ बढ़ जाता है। जिससे शंका होने पर गैस सिलेंडर तौलकर ही लेना चाहिए। घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें सतत बढ़ रही हैं। बचत नहीं हो पा रही।
एलपीजी जीवनावश्यक जरूरतों में शामिल है। घरों में 14.2 किलो वाले रसोई गैस सिलेंडर का इस्तेमाल होता है। जब एलपीजी सिलेंडर लेते हैं तो क्या देखते हैं? अधिकतर लोग एक अच्छा साफ-सुथरा सिलेंडर देख कर ले लेते हैं और सिलेंडर पर मोटे अक्षर में लिखा रहता है, वजन करने की ओर कोई ध्यान नहीं देता है, किंतु एलपीजी सिलेंडर लेते वक्त ग्राहकों को सावधानियां बरतनी चाहिए।
घरों में इस्तेमाल की जाने वाली रसोई गैस सिलेंडर में एलपीजी यानी लिक्विड पेट्रोलियम गैस भरा होता है। इस गैस का वजन 14.2 किलोग्राम होता है। बाकी सिलेंडर का वजन 15 से 18 किलोग्राम के आसपास होता है।
तेल कंपनियों को करें शिकायत
सिलेंडर का वजन उस पर मोटे अक्षरों में अंकित रहता है। यदि सिलेंडर का वजन 15.8 किलो है तो गैस समेत उसका कुल वजन 30 किलो होना चाहिए। किंतु कई बार वजन पक्का नहीं होता। यानी सिलेंडर में कम गैस होती है। यह जानना जरूरी है कि एजेंसी से लेकर अलग-अलग तेल कंपनियों की फ्रेंचाइजी लेने वाले गैस सिलेंडर डिस्ट्रीब्यूटर्स, उनके काम कर रहे कर्मी या फिर प्राइवेट विक्रेता ठग सकते हैं।
उपभोक्ताओं की कम जानकारी का फायदा उठाकर उन्हें चूना लगाते है। सिलेंडर तौलकर ही लेना चाहिए। एजेंसी के गोदाम और घर डिलीवरी के दौरान सिलेंडर वजन करने के साथ-साथ पूरी तरह जांच करने के बाद ही डिलीवरी देने का नियम है। उपभोक्ताओं को सिलेंडर तौलकर डिलीवरी करना अनिवार्य है। अगर सिलेंडर तौलकर न दिया जाए तो गैस एजेंसी में इसकी शिकायत कर सकते हैं। इतना ही नहीं सीधे तेल कंपनियों को भी इसकी शिकायत की जा सकती है।
नहीं होता वजन
एक ग्राहक ने बताया कि गैस सिलेंडर पर मोटे अक्षर में लिखा रहता है, वजन करने की ओर कोई ध्यान नही देता हैं। कई बार कम गैस रहती है। जब गैस सिलेंडर वाहन से घर तक पहुंचाते हैं पास कोई वजन काटा नहीं होता, बिना वजन करके की ही दिया जाता है। सतर्कता जरूरी है।