
छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रत्याशी ने निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाया है। कांग्रेस के प्रत्याशी ने ईवीएम बदले जाने का आरोप लगाते हुए तत्कालीन कलेक्टर पर भी निशाना साधा है। इस संबंध प्रत्याशी ने जिला कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने ईवीएम की जांच की मांग की है। मामले में वर्तमान कांकेर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ईवीएम जांच करवाई जा सकती है। कांग्रेस प्रत्याशी ने जांच के लिए आवेदन सौंपा है, जिस पर नियम के तहत आगे कार्रवाई की जाएगी।
कांकेर लोकसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर बहुत कम वोटों से चुनाव हारा है। इसके बाद उन्होंने निर्वाचन आयोग पर ईवीएम बदले जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मतदान के बाद जो ईवीएम के नम्बर एजेंट को दिए गए थे, मतगणना के दिन वो नम्बर बदल कैसे गए?? इसका जवाब निर्वाचन आयोग को देना होगा। उनका कहना है कि 4 केंद्रों के ईवीएम बदला गया है। इन चारों केंद्रों के ईवीएम की जांच की मांग की है। इसमें बालोद विधानसभा के दो, गुण्डरदेही का एक और सिहावा विधानसभा क्षेत्र का एक ईवीएम मशीन शामिल है।
कांग्रेस प्रत्याशी बिरेश ठाकुर ने तत्कालीन कांकेर कलेक्टर अभिजीत सिंह पर भी आरोप लगाया है। ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि 16वे राउंड के बाद 2 घंटे तक मतगणना का कोई अपडेट ही नहीं दिया गया। उनको ऊपर से फोन आने की बात कही है। प्रत्याशी विदेश ने कांकेर कलेक्टर के मोबाइल डिटेल जांच करने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हराने में अहम भूमिका कलेक्टर का रहा है। हार के बाद कलेक्टर को आचार संहिता हटते ही प्रमोशन मिल गया।