नक्सलियों की तलाश में गश्त पर निकले थे जवान, दुर्घटनावश चली गोली से डीआरजी जवान की मौत

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में गश्त पर निकले एक जवान की दुर्घटनावश गोली चलने से मौत हो गई जबकि एक जवान घायल हो गया। बुधवार रात करीब 11 बजे जिले के बारसूर थाना क्षेत्र के हांदावाड़ा व हितावड़ा क्षेत्र में नक्सलियों के होने की सूचना मिलने पर डीआरजी और बस्तर फाइटर्स दंतेवाड़ा की संयुक्त टीम सर्चिंग अभियान में निकली थी।
सर्चिंग के दौरान रात लगभग 11 बजे दुर्घटनावश गोली चलने से डीआरजी दंतेवाड़ा के आरक्षक जोगराज कर्मा व आरक्षक परसूराम अलामी घायल हो गए । रेस्क्यू के दौरान घायल आरक्षक जोगराज कर्मा की अत्याधिक रक्त स्त्राव हो जाने से मौत हो गई। वहीं प्राथमिक उपचार के बाद घायल आरक्षक परसूराम अलामी को बेहतर ईलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रायपुर ले जाया गया है।
बता दें कि कुछ दिन पहले नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में सुरक्षाबलों के साथ हुए मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे। मुठभेड़ में तीन जवान भी घायल हुए थे। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे। कांकेर में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होना है। इसे देखते हुए इलाके में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांकेर के एक जनसभा में नक्सलियों को सीधी चेतावनी देते हुए कहा था कि अभी भी समय है सरेंडर कर दो नहीं तो परिणाम बहुत बुरा होगा। शाह ने कहा था कि मौजूदा समय में राज्य की नई बीजेपी की सरकार ने नक्सलियों से निपटने के लिए नया प्लान तैयार किया है। केंद्र में यदि तीसरी बार मोदी जी की सरकार आई तो दो साल के अंदर छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को हम कहना चाहते हैं कि आप सरेंडर कर दीजिए अब भी वक्त है यदि अब भी नक्सलियों ने सरेंडर नहीं किया तो चिंता ना करें आने वाले दो साल में छत्तीसगढ़ की धरती लाल आतंक से मुक्त होगी।